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सरपंच ने गांव के निस्तारी तालाब एवं खेल मैदान में कराया राखड़ डंप, सरपंच एवं सचिव को कानून का नही डर,हुई शिकायत …

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जांजगीर-चांपा/डभरा। जिले में राखड़ माफियायो एवं ग्राम पंचायत के सरपंचों द्वारा गांव की निस्तारी तालाब व खेल मैदान  को पाट रहे हैं जो अब कमाई का जरिया ग्राम पंचायत बना चुका है।

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हम आपको बता दें की तहसील डभरा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत कटौद के सरपंच एवं सचिव द्वारा सुप्रीम कोर्ट के नियमों को ताक में रखकर एवं पर्यावरण विभाग की नियम की धज्जियां उड़ाते हुए गांव की निस्तारी तालाब एवं खेल मैदान में हजारों ट्रिप राखड़ डंप कर दिया गया है जो खेल मैदान एवं तालाब का अस्तित्व ही खत्म हो चुका है। ग्राम पंचायत कटौद के सरपंच द्वारा गांव की निस्तारी तालाब गढ़खईया को डस्ट डाल कर पाट दिया गया हैं।अब गांव में निस्तारी की समस्या बढ़ गई है।लोगों को नहाने के लिए पानी नहीं मिल रहा है। ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा काली कमाई के लिए खसरा नंबर 265 में निर्मित तालाब की क्षेत्रफल 3 एकड़ 65 डिसमिल है। जिस ग्राम पंचायत के सरपंच एवं सचिव द्वारा हजारों ट्रिप राखड़ डंप कर पाट दिया गया।गांव में निस्तारी की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है।एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार जलआवर्धन योजना के तहत नदी नाले तलाव के अस्तित्व बचाने की प्रयास कर रही है तो दूसरी तरफ ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा गांव की सबसे पुराने तालाब गढ़खईया की अस्तित्व ही मिटा रहे है। जबकि ग्राम कटौद के ग्रामीणों द्वारा लिखित शिकायत क्षेत्रीय विधायक रामकुमार यादव एवं जिला कलेक्टर, एसडीएम ,तहसीलदार, पुलिस अधीक्षक एवं थाना प्रभारी डभरा को 9 मई 2024 को दे चुके हैं।इसके बाद भी आज तक जिला प्रशासन द्वारा कोई जांच कमेटी गठित नहीं की गई न हीं दोषियों के विरुद्ध आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।जिस कारण उनके हौसले बुलंद हैं जबकि ग्रामीण कई बार जिला प्रशासन के अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं।इसके बाद भी राखड़ माफिया के सामने जिला प्रशासन एवं पर्यावरण विभाग नतमस्तक है।अगर यही स्थिति रही तो कुछ सालों में जिले के एवं तहसील क्षेत्र की गांव के तालाब नदी नाले सब को पाट दिया जाएगा और अस्तित्व ही खत्म हो जाएगी जबकि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लाखों रूपयो खर्च कर तालाब की गहरीकरण एवं नया तालाब का निर्माण कराया जा रहा है एवं अलग-अलग विभागों से तालाब का निर्माण कराया गया है। एक तरफ सरकार तालाब बना रही है दूसरी तरफ सरपंच निस्तारी तालाब को जहरीले डस्ट से पाटा जा रहा है सरकार द्वारा गांव में खेल मैदान बनाकर ग्रामीण प्रतिभा को निखारने के लिए मैदान बनाया गया है मैदान के किनारे लगे हरे भरे वृक्षों को काटकर एवं खेल मैदान को खुदाई कर अधिक गड्ढे बनाकर सरपंच सचिव द्वारा 5से राखड़ डाल चुके हैं।

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इस संबंध में ग्राम पंचायत कटौद के ग्रामीण देव प्रसाद चंद्रा, महारथी चंद्रा व रामेश्वर लाल चंद्रा सहित कई लोगो ने कहा कि ग्राम पंचायत सरपंच द्वारा मनमानी करते हुए गांव की निस्तारी तालाब को हजारों ट्रिप राखड़ से डाल दिया है एवं खेल मैदान में हजारों ट्रिप डंप कर पहाड़ बन चुका है जो 7 फिट से ऊपर है हरे भरे पेड़ो की कटाई कर दिया है जबकि इसके बारे में जिला कलेक्टर,क्षेत्रीय विधायक ,एसडीएम एवं अन्य उच्च अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं।इसके बाद भी आज तक सरपंच की विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि सरपंच द्वारा लगातार राखड़ को गांव में डंप किया जा रहा है ग्रामीणों द्वारा लिखित शिकायत कर तत्काल निस्तारी तालाब एवं खेल मैदान में डंप किए गए राखड़ को हटाने एवं सरपंच सचिव के विरूद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।

क्या कहते है अधिकारी – इस संबंध में डभरा तहसीलदार डॉक्टर रवि कुमार राठौर ने कहा कि ग्राम कटौद के ग्रामीणों द्वारा शिकायत की गई थी शिकायत को गंभीरता से देखते हुए मौके का आकस्मिक निरीक्षण किया गया तालाब एवं खेल मैदान में राखड़ डंप करना पाया गया जिसमें सरपंच से कागजात मांगा गया मगर ग्राम पंचायत से प्रस्ताव करना बताया परन्तु पर्यावरण विभाग से बिना अनुमति राखड़ डंप किया गया है।अग्रिम कार्यवाही के लिए उच्च अधिकारियों को प्रेषित किया गया है।

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