
जांजगीर-चांपा। जिले में अवैध रेत घाटों की भरमार है। आप जहां से चाहे वहां से खुलेआम चेन माउंटेन मशीन लगाकर रेत निकाल लो। यहां पूछने वाला कोई नहीं है।बताया जा रहा है कि जिला खनिज अधिकारी व उनके कर्मचारी इन दिनों छुट्टी में है। इसके चलते इनकी मॉनिटरिंग करने वाला कोई नहीं है। ऐसे में रेत माफियाओं की बाढ़ सी आ गई है। हसदेव नदी व महानदी में खुलेआम रेत की खुदाई की जा रही है। हद तो तब हो जाती है जब नेशनल हाइवे पीथमपुर के पास में ही अवैध रेत घाट खुलेआम संचालित हो रही है। यहां नदी का जल स्तर कम होने के बाद खुलेआम चेन माउंटेन मशीन से रेत की खुदाई की जा रही है। मौके पर दर्जनों ट्रैक्टरों की लाइन लगी हुई है । इनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है।रेत के अवैध कारोबार में खनिज अधिकारियों के बल्ले बल्ले है।कहने को तो मात्र आधा दर्जन रेत घाटों को विधिवत परमिशन है।लेकिन यहां दो दर्जन से अधिक अवैध रेत घाट संचालित हो रहा है।रेत माफियाओं का खनिज अधिकारियों ने चोली दामन का साथ है। यही वजह है कि इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है।1
आपको बता दें कि चार दिन पहले जांजगीर-चांपा जिला व सक्ती जिले में केंद्रीय मंत्री तोखन साहू का दौरा था। इसी दौरान उनका काफिला पीथमपुर रेत घाट से भी गुजरा था।इसी दौरान जिले के लोगों ने उनसे अवैध रेत घाट संचालित होने की शिकायत की थी। उन्होंने जिले के अधिकारियों को इस पर कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए थे। लेकिन उनके जाते ही रेत घाट फिर से आबाद हो गया।
अवैध रेत घाटों पर कार्रवाई की जा रही है। बीते दिनों अवैध उत्खनन पर परिवहन के कई कार्रवाई की गई हैं। शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रेवाई की जाती है -हेमंत चेरपा, जिला खनिज अधिकारी।