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जिले में कल से 31 मई तक समाधान शिविर का होगा आयोजन …

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जांजगीर-चांपा। कलेक्टर जन्मेजय महोबे की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सुशासन तिहार के तीसरे चरण अंतर्गत समाधान शिविर आयोजन के संबंध में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। कलेक्टर ने प्रेसवार्ता में सुशासन तिहार के तीसरे चरण अंतर्गत समाधान शिविरों के आयोजन के संबंध में  विस्तार से  जानकारी दी।

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कलेक्टर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में सुशासन की स्थापना को लेकर लगातार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। शासन-प्रशासन के हर स्तर पर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि शासकीय कार्यों में पारदर्शिता आए, योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन हो, और इनका लाभ उन जरूरतमंद वर्गों तक समयबद्ध ढंग से पहुंचे, जिनके लिए ये योजनाएं बनाई गई हैं। इसी कड़ी में, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप राज्य में ‘‘सुशासन तिहार-2025 का आयोजन किया जा रहा है। इस तिहार का उद्देश्य -आमजनता की समस्याओं का समयबद्ध समाधान, शासकीय योजनाओं की समीक्षा और निगरानी, विकास कार्यों में तेजी लाना, और जनता, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के साथ सीधा संवाद स्थापित करना है। सुशासन तिहार-2025 का आयोजन तीन चरणों में किया जा रहा है।

पहला चरण 08 अप्रैल से 11 अप्रैल तक आयोजित हुआ। जिसमें आम जनता से उनकी समस्याओं और मांगों से संबंधित आवेदन प्राप्त किए गए हैं। ये आवेदन समाधान पेटी, शिविर और ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से लिए गए हैं। आवेदन प्राप्त करने के लिए समाधान पेटी की व्यवस्था जिला और विकासखण्ड मुख्यालय स्तर पर की गई थी। हाटबाजारों में भी आवेदनों का संग्रह किया गया है। जिले में मांग और शिकायतों के कुल 1 लाख 27 हजार 440 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 1 लाख 12 हजार 89 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है। तीसरे एवं अंतिम चरण की शुरूआत 5 मई से हो रही है, जो 30 मई तक चलेगा। इस दौरान जिले के 8 से 15 ग्राम पंचायतों के बीच एक समाधान शिविर का आयोजन किया जाएगा। नगरीय निकायों में भी शिविर लगाए जाएंगे। जिले में कुल 43 समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों में 28 समाधान शिविर और शहरी क्षेत्रों में 15 समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे।

समाधान शिविरों की तारीख स्थानवार पोर्टल पर उपलब्ध कराई गई है। तीसरे चरण के दौरान मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्रीगण, मंत्रीगण, मुख्य सचिव, प्रभारी सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी कुछ समाधान शिविरों में शामिल होंगे और आमजनता से सीधा संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री विकास कार्यों और योजनाओं का औचक निरीक्षण भी करेंगे और योजनाओं के जमीनी लाभ के बारे में फीडबैक लेंगे। मुख्यमंत्री जिला मुख्यालय पर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी करेंगे, जिसमें शिविरों में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति, विभिन्न योजनाओं की प्रगति और आगामी कार्ययोजना पर चर्चा की जाएगी। आप सभी से आग्रह है कि समाधान शिविरों के प्रचार-प्रसार में सहभागी बने, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिल सके।

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