

चांपा। नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए चुनावी मुकाबला अब और दिलचस्प हो गया है। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद कुल 6 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन प्रत्याशी कामेश्वर धैर्य ने अपना नाम वापस ले लिया है। उनके नाम वापस लेने से चुनावी गणित बदल सकता है और भाजपा को बढ़त मिलने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।


अब 5 उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।भाजपा से प्रदीप नामदेव,कांग्रेस से राजेश अग्रवाल,भोले सिंह मरावी निर्दलीय (बाल्टी छाप),उपकार सिंह ढिल्लों (निर्दलीय) और उमाकांत देवांगन(निर्दलीय) होंगे। सभी दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपनी ताकत झोंक दी है, और जनता का रुख किस ओर रहेगा, यह आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा।
भाजपा को मिलेगा फायदा? – राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कामेश्वर धैर्य के नाम वापसी के बाद भाजपा को बढ़त मिल सकती है, क्योंकि उनके वोट बैंक का एक बड़ा हिस्सा भाजपा के पाले में जा सकता है। हालांकि, अन्य प्रत्याशी भी पूरी तैयारी में हैं और मतदाताओं को लुभाने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं।
जनता के फैसले पर टिकी नजरें- अब सबकी निगाहें जनता के फैसले पर टिकी हैं। चांपा नगर के मतदाता किसे अपना नया अध्यक्ष चुनेंगे, यह चुनाव के नतीजों के बाद ही स्पष्ट होगा। चुनावी माहौल गरमाने लगा है, और सभी प्रत्याशी अपने-अपने वादों के साथ मैदान में डटे हुए हैं।आने वाले दिनों में प्रचार अभियान और तेज होगा, जिससे मतदाताओं की राय और स्पष्ट होगी। अब देखना होगा कि चांपा की जनता किसे नगर पालिका अध्यक्ष का ताज पहनाती है।