
जांजगीर-चांपा। ग्राम पंचायत पीथमपुर स्थित हसदेव नदी के तट पर विराजमान बाबा कलेश्वरनाथ की भव्य पालकी यात्रा का आयोजन श्रद्धा और भक्ति के अद्भुत संगम के साथ संपन्न हुआ। इस पावन अवसर पर हजारों की संख्या में भक्तगण शामिल हुए और बाबा के दर्शन कर अपने जीवन को धन्य माना।
बाबा कलेश्वरनाथ को भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है। हर वर्ष आयोजित होने वाली इस पालकी यात्रा में भक्तगण पूरे उत्साह और भक्ति भाव के साथ भाग लेते हैं। यात्रा के दौरान पूरा वातावरण “हर हर महादेव” और “जय कलेश्वरनाथ” के जयकारों से गूंज उठा। भक्तों ने पारंपरिक भजन-कीर्तन और नृत्य के माध्यम से बाबा की आराधना की।

भक्तों की मान्यता है कि जो भी सच्चे मन से बाबा के दरबार में अपनी मनोकामना लेकर आता है, उसकी हर इच्छा पूरी होती है। यही कारण है कि इस धार्मिक आयोजन में भाग लेने के लिए श्रद्धालु सैकड़ों मील की यात्रा कर पीथमपुर पहुंचते हैं। बाबा के दर्शन के पश्चात भक्तों ने हसदेव नदी में स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया और अपने पापों के नाश की कामना की।
इस अवसर पर मेले का भी आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न प्रकार की दुकानों, झूलों और पारंपरिक व्यंजनों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। मेले में स्थानीय कला और संस्कृति की झलक भी देखने को मिली, जिससे यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी महत्वपूर्ण बन गया।

पालकी यात्रा के सफल आयोजन के लिए ग्रामवासियों और प्रशासन का विशेष योगदान रहा। पूरे कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे यात्रा शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित रूप से संपन्न हुई। बाबा कलेश्वरनाथ की इस भव्य यात्रा ने भक्तों के हृदय में अटूट श्रद्धा और भक्ति की भावना का संचार किया।