कलेक्टर ने किया तहसील कार्यालय का औचक निरीक्षण,राजस्व प्रकरणों का समय पर निराकरण अनिवार्य, समय-सीमा से बाहर मामलों पर नाराजगी …


जांजगीर-चांपा। कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने गुरुवार को पामगढ़ एवं शिवरीनारायण तहसील कार्यालय, उप पंजीयक कार्यालय व स्कूल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने नामांतरण, बंटवारा, अभिलेख दुरुस्ती, सीमांकन एवं त्रुटि सुधार संबंधी प्रकरणों की स्थिति की जानकारी ली और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी प्रकरण की पेशी तिथि अनावश्यक रूप से बार-बार न बढ़ाई जाए।


कलेक्टर ने समय-सीमा से बाहर लंबित मामलों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे प्रकरणों का प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र निराकरण किया जाए। इसके लिए कैम्प कोर्ट आयोजित कर लंबित मामलों का निपटारा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि त्रुटि सुधार संबंधी प्रकरणों का निराकरण मौके पर ही त्रुटि सुधार मॉड्यूल के माध्यम से किया जाए।
कलेक्टर महोबे ने ई-कोर्ट प्रणाली में सभी राजस्व प्रकरण दर्ज करने पर जोर दिया ताकि उनकी मॉनिटरिंग और ट्रैकिंग आसानी से हो सके। साथ ही रिकॉर्ड दुरुस्तीकरण और त्रुटि सुधार संबंधी मामलों पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि फील्ड स्तर पर जानबूझकर त्रुटियां की जाती हैं, तो संबंधित कर्मचारियों पर नोटिस जारी कर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कार्यालय में आए आवेदकों से बातचीत कर उनकी शिकायतें भी सुनीं। इस अवसर पर एसडीएम जांजगीर सुब्रत प्रधान, एसडीएम पामगढ़ देवेंद्र चौधरी सहित तहसीलदार व अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
ग्राम मेहंदी में खेतों का निरीक्षण – निरीक्षण के बाद कलेक्टर महोबे ग्राम मेहंदी पहुंचे, जहां उन्होंने खेतों में चल रहे डिजिटल फसल सर्वेक्षण कार्य का जायजा लिया। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को इस कार्य की सतत निगरानी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डिजिटल सर्वेक्षण का कार्य गुणवत्तापूर्ण और त्रुटिरहित होना चाहिए, ताकि किसानों को योजनाओं का बेहतर लाभ मिल सके। कलेक्टर ने निर्धारित समय-सीमा में सर्वे कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए और कहा कि डिजीटल सर्वे से कृषि प्रबंधन एवं योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता आएगी।