श्रावण मास का अर्थ भगवान शिवजी की कथा,सत्संग और संकीर्तन श्रवण करना हैं शिवपूजन से जीवन कृत कृत्य करना हैं – राजेंद्र महराज …
जांजगीर-चांपा। सक्ती नगर के गायत्री पीठ शक्ति में सावन महीने में श्री शिव महापुराण कथा महोत्सव के आयोजन के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में गायत्री शक्तिपीठ के व्यवस्थापक सहित अनेक कार्यकर्ता और मुख्य रूप से भागवत आचार्य पंडित राजेंद्र महाराज उपस्थित थे। आचार्य द्वारा श्रावण मास में आयोजित होने वाली शिव महापुराण कथा के संबंध में बताया गया कि, मठ मंदिर हमेशा प्रेरणा के स्रोत एवं, सामाजिक चेतना के केंद्र होने ही चाहिए।किसी भी देवालय अथवा मंदिर में केवल आरती और प्रसाद ही वितरण न किए जाएं बल्कि समाज में जागरण के कार्य खड़े किए जाने चाहिए।
श्रावण मास का अर्थ हैं श्रावण मास अर्थात सुनने का महीना।इसका तात्पर्य भगवान की कथा और सत्संग संकीर्तन को श्रवण करना । भगवान श्री महादेव की कथा को श्रवण करना और शिवपूजन से जीवन कृत कृत्य करना।बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों एवं नागरिकों ने शिव महापुराण कथा महोत्सव की स्वीकृति प्रदान करते हुए व्यवस्था संबंधी विषयों पर महत्वपूर्ण चर्चा के साथ आगामी अगस्त माह में, 9 से 16 अगस्त , 2024 तक यज्ञ को आयोजित करना सुनिश्चित किया। इस शिव महापुराण कथा महोत्सव में मुख्य यजमान के साथ अन्य नागरिकों को भी यजमान जोड़ी बनाना, तय किया गया, तथा एक दिन के यजमान जोड़ी बनने पर भी विचार रखा गया l कथा महोत्सव को संपन्न करने हेतु शक्ति नगर एवं अन्य दानदाताओं से दान सहयोग हेतु निवेदन किया जाएगा। प्रतिदिन के प्रसाद व्यवस्था हेतु भी दानदाताओं से चर्चा की जाएगी।आचार्य राजेंद्र जी महाराज ने दैनिक समाचार पत्रों से सम्बद्ध शशिभूषण सोनी से चर्चा करते हुए कहा कि शिवमहापुराण कथा महोत्सव सनातन धर्म की रक्षा , हिंदुत्व और भारतीय संस्कृति का संरक्षण के साथ व्यक्ति व्यक्ति को ईश्वर के प्रति आस्था रखते हुए समाज सेवा हेतु प्रेरित किया जाएगा।आगामी 6 जुलाई दिन शनिवार को यज्ञ की महत्वपूर्ण गतिविधि को अंतिम स्वरूप प्रदान करने के लिए गायत्री शक्तिपीठ में बैठक आयोजितकी जाएगी।
बैठक में भगतराम साहू, प्रेमचंद श्रीवास्तव , महेश साहू, हीरानंद साहू , राजकुमार पटेल, उदय कुमार वर्मा , उमाशंकर देवांगन, शिवचरण यादव परिब्राज़ाक श्रीमती गंगा देवी राठौर, श्रीमती चंद्रिका जायसवाल. श्रीमती संतोषी गुप्ता , श्रीमती लक्ष्मी साहू , प्रकाश चंद्र देवांगन, श्रीमती लक्ष्मी यादव, रामनारायण गौतम आदि उपस्थित थे । हनुमान चालीसा पाठ एवं वेद माता गायत्री की आरती के साथ बैठक का समापन हुआ।