

जांजगीर-चांपा। बलौदा के विष्णु सोनी ने जांजगीर के एक होटल में मंगलवार को प्रेसवार्ता ली। पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एक दिन वह खुद नशे के कारोबार में संलिप्त था। लेकिन नशे की वजह से अपने दो बेटों को बारी-बारी खो बैठा। एक विजय कुमार सोनी व दूसरा नानू सोनी जो नशे के आदी होते गए और नशे की वजह से उनकी जान चली गई। उसका तीसरा बेटा भी अजय कुमार शराब पीने का आदी हो गया था। अब उसकी जान खतरे में था तो वह किसी तरह नशे की गिरफ्त से उसे बाहर निकाल लिया। अब समाज में नया संदेश देने के लिए वह नशामुक्ति अभियान शुरू करने की बात कही है। उसने पत्रकारों के सामने बलौदा की कहानी बयां करते हुए कहा कि रामपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री कालेज व एक अन्य निजी कालेज के आसपास दो ढाबा संचालित हो रहा है। जिसमें आए दिन नशे का कारोबार होता है। जिसमें दिन भर भीड़ लगी रहती है। इसके चलते कालेज के छात्रों के बीच गलत माहौल बन रहा है। इसके लिए उसने पुलिस ने गुजारिश करते हुए कहा कि नशे के ऐसे कारोबारी पर नकेल कसा जाए। ताकि कालेज के आसपास शांति का माहौल बने। उसने कहा कि कालेज के आसपास बरातू ढाबा व मिरी ढाबा में खुलेआम शराब परोसी जाती है। इसके चलते रामपुर बलौदा का माहौल खराब रहता है। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए। विष्णु सोनी ने मंगलवार को अपनी मांगों का ज्ञापन एसपी विजय पाण्डे को सौंपा है।


एक समय बेचता था गांजा इसलिए उसका नाम हीष्ट्रीशीटर में
विष्णु सोनी ने बताया कि वह एक समय गांजा की तस्करी करता था। लेकिन आज तक किसी से मारपीट नहीं किया। तत्कालीन पुलिस ने गलत रिपोर्ट पेश कर उसे आदतन अपराधी की लिस्ट में शामिल कर दिया है। जो गलत है। गांजा तस्करी मामले में मेरा केश बना उसमें मुझे कोर्ट ने बाइज्जत बरी भी कर दिया है। बावजूद उसका नाम हीष्ट्रीशीटर में शामिल किया गया जो गलत है। अब वह धर्म की राह में काम कर रहा है। धार्मिक आयोजनों में वह हर तरह का सहयोग करते आ रहा है।