

जांजगीर-चांपा। कोतवाली पुलिस ने शनिवार देर रात शहर के रमन नगर क्षेत्र में संचालित एक हाईप्रोफाइल जुआ फड़ का भंडाफोड़ करते हुए आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में छह पटवारी, एक पटवारी संघ का कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और एक पटवारी का निजी ऑपरेटर शामिल है।

पुलिस ने जुआ फड़ से नकदी ₹40,200, ताश की 52 पत्तियां, छह मोबाइल, दो कार, दो स्कूटी सहित कुल लगभग ₹20 लाख का सामान जब्त किया है। इस कार्रवाई के बाद राजस्व विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
जानकारी के अनुसार, कोतवाली पुलिस को शनिवार देर रात सूचना मिली कि रमन नगर स्थित रवि राठौर के मकान में जुए की महफिल सजी हुई है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक श्री विजय कुमार पाण्डेय (IPS) को अवगत कराया गया, जिन्होंने तत्काल छापा मारने के निर्देश दिए।कोतवाली प्रभारी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने देर रात रमन नगर स्थित मकान पर छापा मारा, जहां अंदर कमरे में जुआ खेला जा रहा था। जैसे ही पुलिस ने दरवाजा खोला, मौके पर मौजूद सरकारी कर्मचारियों को देखकर पुलिस टीम भी हैरान रह गई।
- हेमचन्द तिवारी पिता के पी तिवारी उम्र 39 वर्ष निवासी पुरानी बस्ती जांजगीर
- हरीश सिंह पिता रवींद्र सिंह उम्र 22 वर्ष निवासी भाठापारा जांजगीर
- रवि राठौर पिता मनोज राठौर उम्र 32 वर्ष निवासी बाजार पारा जांजगीर
- ज्योतिष कुमार पिता गोपाल सूर्यवंशी उम्र 44 वर्ष
- उमेश कुमार पटेल पिता भूपदेव पटेल उम्र 45 वर्ष निवासी
- गोविंद कांवर पिता बी आर कांवर उम्र 50 वर्ष निवासी पुराना बस स्टैंड जांजगीर
- राहुल प्रताप सिंह पिता दिलीप सिंह उम्र 39 वर्ष निवासी आई बी रेस्ट हाउस के पास जांजगीर
- देवेश अंबष्ट पिता स्व मनोज कुमार उम्र 30 वर्ष निवासी रमन नगर जांजगीर
स्थान- रमन नगर जांजगीर रवि राठौर के घर के पास
जप्ती- रकम नगद 40200/- , ताश 52 पत्ती, प्लास्टिक चटाई, 06 नग मोबाइल, 02 कार,02 स्कूटी कुल जुमला 20 लाख रुपए …
छापे के दौरान पुलिस ने पूरा वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें कई पटवारी दुबकते हुए कैमरे से बचने की कोशिश करते नजर आए। आरोपियों ने पुलिस से कार्रवाई नहीं करने की भी गुहार लगाई, लेकिन पुलिस ने किसी को भागने का मौका नहीं दिया।पुलिस ने सभी आठों आरोपियों को जुआ एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है और उनके विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।
मीडिया में चुप्पी पर उठे सवाल – सूत्रों के अनुसार, पुलिस की यह बड़ी कार्रवाई शनिवार रात को ही हो गई थी, लेकिन पुलिस विभाग के आधिकारिक “मीडिया पुलिस” व्हाट्सएप ग्रुप में इस खबर को दूसरे दिन रात तक साझा नहीं किया गया।जबकि छोटी-छोटी शराब जब्ती की खबरें तत्काल पोस्ट कर दी जाती हैं। इस पर यह चर्चा रही कि सरकारी कर्मचारियों के नाम जुड़ने के कारण पुलिस खुद इस हाईप्रोफाइल मामले को दबाने का प्रयास करती दिखाई दी।





