छत्तीसगढ़जांजगीर चांपा

कब्जा हटने के बाद अब रोड किनारे अस्थायी ठेला लगाने में भी मनाही, रोज हो रही चालानी कार्रवाई, परेशान ठेला वालों और आरपीएफ जवानों के बीच रोज हो रही तू-तू मैं-मैं…

चांपा। रेलवे स्टेशन के सामने से पहले ही सभी दुकानों को हटा दिया गया है। अभी फिलहाल कब्जा हटाई गई जगह का उपयोग सिर्फ पार्किंग के लिए किया जा रहा है। वहीं गरीब लोग यहां अस्थायी ठेला लगाकर जीवकोपार्जन कर रहे हैं, लेकिन अभी लगातार चालानी कार्रवाई से ठेला लगाने वालों में आक्रोश है। बताया जा रहा है कार्रवाई को लेकर कई बार आरपीएफ जवानों से बहस भी हो चुकी है।

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आपकों बता दें कि कुछ माह पहले रेलवे स्टेशन चांपा के सामने रेलवे की भूमि में काबिज दुकानों को स्थानीय प्रशासन के सहयोग से रेलवे ने हटवा दिया। यह जगह अब बिल्कुल साफ है। हालांकि लोग इस जगह का उपयोग पार्किंग के लिए कर रहे हैं। खास बात यह है कि यहां से विभिन्न तरह की दुकानों को हटाए जाने से निश्चित ही यातायात व्यवस्था बहाल हुई है, लेकिन इस कार्रवाई से दूसरी तरह की समस्या शुरू हो गई है। चांपा रेलवे जंक्शन है, जिसके चलते यहां विभिन्न एक्सप्रेस सहित लोकल ट्रेनों का ठहराव होता है। रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने के बाद यात्रियों को पानी पीने के लिए भी कोई दुकान नहीं है। हालांकि एक होटल जरूर है यहां, लेकिन विभिन्न वर्ग के लोग अपने सामर्थ्य के अनुसार दुकान में जाकर खरीदी करते हैं। सभी होटल नहीं जा सकते। यहां रोड किनारे कुछ गरीब तबके के लोग खाली जगह में अस्थायी ठेला लगाते हैं, लेकिन रेलवे का सख्त निर्देश है कि इस जगह का खाली रखा जाए। ऐसी स्थिति में रेलवे के निर्देश पर आरपीएफ लगातार इन ठेला वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई कर रहा है, जिसके चलते अक्सर तू-तू मैं-मैं की स्थिति बन रही है। ठेला लगाने वालों का कहना है कि जगह खाली है, जिसका उपयोग पार्किंग के लिए किया जाता है। वो यातायात बाधित किए बिना किनारे फूटपाथ में यदि ठेला लगा ले रहे हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो जा रही है। इस समस्या से ठेला वाले बेहद परेशान है।

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रेलवे से ले आएं अनुमतिइस संबंध में चांपा आरपीएफ टीआई कुलदीप कुमार का कहना है कि स्थायी व अस्थायी का तो कोई सवाल ही नहीं है। एक तो चोरी और सीना जोरी वाली बात हो रही है। रेलवे से यहां ठेला लगाने की अनुमति ले आए, हमें कोई दिक्कत नहीं है। बेवजह बहस करने से कोई लाभ नहीं है।

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