जांजगीर चांपा। ज्ञानोदय शिक्षा महाविद्यालय एवं केशरी शिक्षण समिति मे वार्षिकोत्सव कार्यक्रम हर्सोल्लास के साथ मनाया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ अखिलेश कटकवार संचालक ज्ञानदीप कालेज ऑफ एजुकेशन एवं ज्ञान रोशनी लोक कल्याण संस्था ,कार्यक्रम अध्यक्ष ईश्वरी प्रसाद यादव वरिष्ठ साहित्यकार एवं अध्यक्ष शिक्षा महाविद्यालय प्रबंधन समिति , विशिष्ट अतिथि के रूप मे संस्था के डायरेक्टर डाॅ सुरेश यादव उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियो द्वारा मां सरस्वती के छायाचित्र पर धूप दीप प्रज्जवलित कर किया गया ।अतिथियो का स्वागत ज्ञानोदय कालेज ऑफ एजुकेशन एवं केशरी शिक्षण समिति के प्राध्यापको द्वारा पुष्पगुच्छ व बैच लगाकर किया गया । संस्था के डायरेक्टर डाॅ सुरेश यादव द्वारा शाल एवं स्मृतिचिन्ह भेंटकर अतिथियो का सम्मान किया गया ।इसके पश्चात केशरी शिक्षण समिति का वार्षिक प्रतिवेदन संस्था के प्राचार्या डाॅ रेखा तिवारी द्वारा तथा ज्ञानोदय कालेज ऑफ एजुकेशन जांजगीर का वार्षिक प्रतिवेदन डाॅ हेमा तिवारी द्वारा प्रस्तुत किया गया ।अतिथियो द्वारा 2022 के वार्षिक परीक्षा मे ज्ञानोदय कालेज ऑफ एजुकेशन के प्रथम वर्ष के प्रशिक्षार्थी उत्कर्ष यादव प्रथम , ताराचन्द आदित्य द्वीतीय, प्रेरणा तिवारी तृतीय एवं द्वीतीय वर्ष के सुरेन्द्र सिंह बंजारे प्रथम , किरण द्वीतीय , अंकित राठौर तृतीय तथा विशिष्ट प्रतिभा के लिए प्रथम वर्ष के परशुराम , द्वीतीय वर्ष के रमेश यादव को तथा केशरी शिक्षण समिति के प्रथम वर्ष के प्रशिक्षार्थी भूमिका साहू प्रथम , वैशाली गौरहा द्वीतीय , निधी शर्मा तृतीय एवं द्वीतीय वर्ष के वंदिता कौशिक प्रथम , मंजूलता लहरे द्वीतीय ,हर्ष राठौर तृतीय तथा विशिष्ट प्रतिभा के लिए भूमिका साहू एवं अमन राठौर को प्रमाण पत्र तथा स्मृतिचिन्ह प्रदान किए गए । संस्था के डायरेक्टर डाॅ सुरेश यादव ने अपने स्वागतीय उद्बोधन मे कहा कि आगे चलकर प्रशिक्षार्थी शिक्षक बनेंगे उनके लिए यह वार्षिकोत्सव रूचियो को जागृत करने का अवसर प्रदान करता है । इस अवसर पर मुख्य अतिथि डाॅ अखिलेश कटकवार ने अपने उद्बोधन मे कौशल विकास के लिए इस तरह की गतिविधियो के महत्व को उजागर करते हुए कहा कि हम अपने प्राध्यापको के निकट संपर्क मे आकर उन्हे भलीभांति समझ सके और उनसे कुछ सीख सके ।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री ईश्वरी प्रसाद यादव जी अपना उद्बबोधन का आरंभ इन पंक्तियो से संघर्ष की राह जो चलता है, वो ही संसार बदलता है ; से की और कहा कि जब हम देखते है कि हमारे ही जैसे एक अन्य विद्यार्थी को किसी विषय मे श्रेष्ठ होने कारण पुरूस्कार मिला है तब हमारे मन मे भी भावना जागृत होती है कि हम भी उत्तम विद्यार्थी बनकर पुरूस्कार प्राप्त करे ।सांस्कृतिक कार्यक्रम आरंभ सरस्वती वन्दना नृत्य व स्वागत नृत्य से हुआ और अरे द्वारपालो , लव कुश नृत्य , पंथी नृत्य , नाटक , रास्थानी नृत्य , बिहु नृत्य , रंगीलो मारो ढोलना , रूकमणी सत्यभामा नृत्यनाटिका , गुजराती कलबेलिया , फनी डांस , उडिया नृत्य एकड़ा एकड़ा , छत्तीसगढ़ी नृत्य , राऊत नाचा , चन्दवा बैगा ग जैसे जश नृत्यो की प्रस्तुतियो ने सबका दिल जीत लिया । कार्यक्रम का संचालन मूलचन्द साव कार्यक्रम अधिकारी रा से यो और गीता प्रसाद , सुमन साहू , शुभम पाण्डेय , वेदकांति रात्रे द्वारा किया गया । आभार प्रदर्शन संस्था के डायरेक्टर डाॅ सुरेश यादव द्वारा किया गया । कार्यक्रम को पूर्णरूप से सफल बनाने मे डाॅ रेखा तिवारी , डाॅ हेमा तिवारी , श्रीमती चंचला मिश्रा , श्रीमती पूजा गुप्ता , अमित उपाध्याय , श्रीमती स्वाती कश्यप , आशा तिवारी , जितेन्द्र तिवारी , मूलचन्द साव , मनहरण सूर्या , चन्द्रहासिनी राठौर , रेणु सिंह , कृष्णा सूर्या , मूलचन्द कौशिक, मनोज यादव , सुभास खूंटे , मधु यादव , उमा श्रीवास , शांतिका , प्रशांत , सभी प्रशिक्षार्थियो एवं पालको का विशेष सहयोग रहा।