खरसिया के जानकी धर्मशाला में उस समय हड़कंप मच गया, जब ड्रोन की बैटरी अचानक फट गई। कमरे के भीतर अफरा-तफरी मच गई। कमरे में ठहरे चार मुसाफिर इस घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना बीती रात 9-10 बजे की बताई जा रही है।
बताया जा रहा है धर्मशाला में ठहरे कुछ मुसाफिर सरकारी तहसील सर्विस के लिए आए हुए थे। ये सभी 4 लोग कमरा नंबर 6 यू सिक्स में रुके हुए थे, जहां पर ड्रोन की बैटरी अचानक फटने से कमरे के अंदर ठहरे चारों को गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वही स्थिति को देखने से मालूम पड़ता है कि विस्फोट इतना भयानक था की रूम में लगे एसी के चीथड़े हो गए। ड्रोन की सारी सामग्री जलकर राख हो गई। इधर, आवाज सुनने के बाद में धर्मशाला के मैनेजर मिंटू सोनी तत्काल ऊपर पहुंचे। उन्होंने फाटक तोड़कर कर उनको बाहर निकाला और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। सुबह इसकी सूचना खरसिया थाने में दी गई, जहां चौकी प्रभारी प्रकाश खंडेकर स्वयं मुआयना किया। करीबन 4 ड्रोन जलकर राख हो गए। पूरे गद्दे जल गए। अगर मैनेजर तत्काल नहीं पहुंचते तो कोई भी अप्रिय घटना घट सकती थी। उनकी सूझबूझ से उन्हें बाहर निकाला गया और तत्काल अस्पताल भेजा गया। घायलों में महेंद्र सिंह जबलपुर, दूसरा लीलाधर निषाद बेमेतरा छत्तीसगढ़, यशवंत कुमार साहू बलोदा बाजार, धनु प्रसाद भिलाई यह सभी सरकारी सर्वेक्षण में आए हुए थे। परंतु उक्त घटना के बाद से आसपास में काफी दहशत बनी हुई है।