0 दुनिया से अपने लिए ताली बजवानी हो तो पहले लोगों की गालियां सुनने का साहस करें: पद्मश्री फुलवासन
सक्ती। दुनिया से अपने लिए ताली बजवानी हो तो पहले लोगों की गालियां सुनने का साहस होना चाहिए, यह बात पद्मश्री फुलवासन बाई ने आज ग्राम सोंठी में विहान समूह की महिलाओं को संबोधित करते हुए बताया कि मैंने अपने जीवन में लोगों की गाली को अपनी ताकत को बना कर महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए संघर्ष किया है ।
फुलवासन ने आगे कहा कि आप आत्मनिर्भरता के लिए स्वरोजगार की ओर आगे बढ़ें और अपने उत्पाद के साथ मोर बाजार से जुड़कर स्वव्यवसाय की और उन्मुख हों और अपने मेहनत पूरी कीमत प्राप्त करें।
इन पलों में मंचासिन उच्च न्यायालय के अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने पद्मश्री फुलवासन के नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम को तारीफ ए काबिल बताते हुए उपस्थित महिलाओं से मोर बाजार से जुड़कर स्वालंबी बनने का आह्वान किया। कार्यक्रम में पोषण साहू ने विहान समूह की बहनों को बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य मोर बाजार के माध्यम से महिलाओं को आत्म निर्भर बनाना है। इस अवसर पर पद्म विंदेश्वरी समूह के पुष्प यादव, अनीता यादव के साथ साथ सोंठी क्लस्टर समूह की महिलाओं की भारी संख्या में उपस्थिति से कार्यक्रम सफल हुआ।