जांजगीर-चांपा। हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत का आरोप लगाते हुए परिजनों व ग्रामीणों ने हंगामा किया। मामला नगर पंचायत बलौदा के राज केशर हॉस्पिटल का है । सोमवार को दोपहर लगभग 2:55 बजे भिलाई निवासी कृष्णा यादव 38 का तबीयत खराब होने पर उसके दोस्तो ने बलौदा के राजकेशर हॉस्पिटल इलाज कराने लाए , डॉक्टर ने कृष्णा यादव चेकअप के बाद बताया कि इनका सांस नही चल रहा है , आंखों की पुतलियां फैली हुई है , धड़कन नही चल रहा है , डॉक्टर ने अंतिम प्रयास सीपीआर की सलाह दी जिस पर दोस्त और स्वजन राजी हो गए, सीपीआर के 15 मिनट बाद भी कृष्णा यादव को होश नही आया , डॉक्टर ने कृष्णा को मृत घोषित कर दिया। इनके बाद कृष्णा का भाई व दोस्तों ने कृष्णा की शव को लगभग 3:15 मिनट पर ग्राम भिलाई ले गए। गांव में कृष्णा का शव देखकर सभी आश्चर्यचकित हो गए।स्वजन आरोप लगाने लगे कि अच्छा स्वस्थ था, डॉक्टर गलत इलाज किया होगा तभी इसकी मृत्यु हुई होगी कहते हुए , कृष्णा के शव को लेकर बलौदा के राजकेशर हॉस्पिटल शाम 6 बजे सरपंच सदन यादव, ग्रामीण व स्वजन पहुच गए। हॉस्पिटल में इलाज के दौरान कृष्णा की मौत की खबर सुनते ही कृष्णा के दोस्त व ग्रामीण हॉस्पिटल पहुचने लगे।
हॉस्पिटल में हंगामे की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी मनोहर सिन्हा अपनी दलबल के साथ पहुँच गए। वहां ग्रामीण व स्वजन ने हॉस्पिटल प्रबंधन पर मौत की सूचना पुलिस को क्यो नही दिए। और आपके द्वारा गलत इलाज किया गया है ,मुआवजा राशि की मांग करने लगे । हॉस्पिटल के सामने रात्रि लगभग 9 बजे तक हंगामा करते रहे। हॉस्पिटल प्रबंधन ने ग्रामीणों की बात राजी नही होने पर शव को हॉस्पिटल में छोड़कर सभी थाना पहुँच गए। हॉस्पिटल की सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम किया । स्वजन व ग्रामीण बहुत देर रात तक थाना बलौदा में डटे रहे । इसके बाद थाना प्रभारी मनोहर सिन्हा ने सभी को समझाइश दी कि पोस्टमार्टम के रिपोर्ट के आधार पर आप लोग कानूनी कार्यवाही कर सकते है , सुबह दो डॉक्टरों की टीम के साथ पोस्टमार्टम कराने की बात कहने पर सभी अपने अपने घर चले गए। मंगलवार की सुबह लगभग 9 बजे सरपंच , महिलाएं व ग्रामीण सैकड़ो की संख्या में हॉस्पिटल पहुचे और नारेबाजी करने लगे । ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच करने लगे ,मामले की जानकारी मिलते ही डीएसपी प्रदीप सोरी, तहसीलदार करुणा आहेर, नायब तहसीलदार अखिलेश विश्वकर्मा , बीएमओ यू के तिवारी सयुक्त टीम बनाकर हॉस्पिटल पहुचे।अधिकारियों ने ग्रामीण से बात करने पर उचित मुआवजा की बात करने लगे तब हॉस्पिटल प्रबंधन ने साफ मना कर दिया।अधिकारियों की समझाइश पर हॉस्पिटल प्रबंधन को मानवता के नाते कुछ सहयोग राशि देने को राजी कराए साथ ही सरपंच ने भी मानवता दिखाते हुए कुछ सहयोग राशि दी । इसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया ।
ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग –ग्रामीण व स्वजन ने मुख्यमंत्री, कलेक्टर ,एसपी , कमिश्नर, थाना प्रभारी के नाम ज्ञापन तहसीलदार करुणा आहेर को सौंपकर राजकेशर हॉस्पिटल के द्वारा लापरवाही पूर्वक गलत इलाज का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की मांग की है ।