जांजगीर-चांपा/नगरदा। सिंचाई विभाग की उदासीनता के चलते क्षेत्रा में छोटे बड़े नहरों में जगह जगह क्षतिग्रस्त हो गया है। इस साल आने वाली बरसात में नहरों को टूटने फूटने के कारण टिकना मुश्किल लग रहा है। जिनसे आने वाली समय में किसानो को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। सिंचाई विभाग ने किसानो के खेतों तक नहर तो बना दिए लेकीन छोटे नहरों (पिलारी नहर) से जो कि बहुतों जगह छतिग्रस्त होने के कारण पिछले साल से पानी पहुंचना मुश्किल हो गया है। कोरबा से आने वाली नहर नगरदा नहर जीरो प्वाइंट से दो भागों में विभाजित हुई है। जो कि पहला खरसिया शाखा नहर जो मोहगांव बुडनपुर बरपाली होते हुए खरसिया तरफ जाती हैं और दूसरा सक्ती शाखा नहर जो झरना दुर्पा बाराद्वार होते हुए जैजैपुर तरफ गई है। अगर यहीं मुख्य द्वार ही सुधार नहीं रहेगा तो समय पर आगे चल कर बहुत नुकसान हो सकता है। गांव के कुरदा पिलरी नहर झींका पिलारि नहर खासकर बहुत ही छ्तिग्रस्त हो चुका है जिनकी निर्माण की बहुत जरूरी है।जल संसाधन को पानी बचाने के लिए पक्की नाली को मरम्मत की जरूरत है ताकि सतह के नीचे ना जाकर खेतों में पहुंच सके यदि सही लाइनिंग नही होगी तो पानी बरबाद होगा पानी बचाने के लिए जितना जरूरी निर्माणगत कमियों को दूर करने में उतनी ही उसकी देखरेख जरूरी है।
क्षेत्र के नहर में रबी फ़सल के लिए आदेश नही आया है। और जो भी क्षतिग्रस्त टूटी फूटी परेशानी हैं बरसात के पहले सुधार कर मरम्मत कर लिया जाएगा।पी.एस.सिदार,एस. डी. ओ.,जल संसाधन विभाग …