
चांपा। वार्ड नंबर 3 स्थित विजय घाट आजकल शराबियों और जुआरियों का सुरक्षित अड्डा बन गया है। सुबह से शाम तक यहां नशे में धुत्त लोगों की भीड़ लगी रहती है, जिससे आम जनता का वहां से गुजरना तक मुश्किल हो गया है।
विजय घाट के आसपास बसे नागरिकों ने कई बार इस समस्या को लेकर आवाज उठाई, लेकिन न तो नगर पालिका प्रशासन ने सुध ली और न ही पुलिस महकमे ने कोई कार्रवाई की। हालत ये है कि घाट पर निस्तार के लिए आने वाले महिला और पुरुषों को नशे में धुत्त असामाजिक तत्व गालियां तक दे डालते हैं। विरोध करने पर मारपीट पर उतारू हो जाते हैं।स्थानीय लोगों का कहना है कि इस लापरवाही के चलते यहां कई बार अप्रिय घटनाएं भी हो चुकी हैं, लेकिन ऐसा लगता है जैसे प्रशासन किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहा है।

अब सवाल ये उठता है—क्या विजय घाट को असामाजिक तत्वों से मुक्त कराने के लिए किसी बड़ी दुर्घटना का होना ज़रूरी है? आखिर कब जागेगा प्रशासन?
स्थानीय प्रशासन और पुलिस की चुप्पी अब सवालों के घेरे में है। वार्ड नंबर 3 की जनता मांग कर रही है कि तुरंत कार्रवाई हो, वरना जन आंदोलन के लिए तैयार रहें अधिकारी!
तालाबों में बने घाटों की साफ-सफाई नियमित होती है।साफ- सफाई के लिए विभाग को निर्देशित किया जाएगा – प्रदीप नामदेव, अध्यक्ष नपा चांपा…