
चांपा। शहर की चर्चित चौपाटी महज 20 मिनट की बारिश में पानी-पानी हो गई। बरसात का मौसम तो अभी शुरू भी नहीं हुआ है, लेकिन बिना मौसम की इस तेज बारिश ने नगर पालिका की लापरवाही की कलई खोलकर रख दी। नालियों की नियमित सफाई न होने के कारण गंदा पानी सड़कों पर उफान मारता नजर आया, जिससे दुकानदारों और ठेलेवालों की मुसीबतें कई गुना बढ़ गईं।
ठेले और दुकानें जहां लोगों की भीड़ से गुलजार रहती थीं, वहीं अब नाली का पानी बहता नजर आ रहा है। ग्राहक नदारद हैं और दुकानदार खाली बैठे हैं। चाट, समोसे और गोलगप्पों के ठेले पानी से घिरे हुए हैं, जिससे लोग पास तक नहीं फटक रहे। व्यापार पूरी तरह ठप है।

स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि यदि यही हाल रहा तो उन्हें अब सड़क पर ठेले लगाने पड़ेंगे। नगरपालिका की लापरवाही से उनका रोजगार डूब जाएगा। यह तो केवल एक झलक है—भविष्य में जब भारी बारिश होगी, तब क्या हाल होगा, इसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं।

नगरपालिका को अब नींद से जागना होगा। चौपाटी की व्यवस्था सुधारनी होगी, नालियों की समय पर सफाई और जलनिकासी की ठोस व्यवस्था करनी होगी। अन्यथा चांपा की यह चौपाटी बारिश की हर बूंद से चौपट होती रहेगी, और लोगों का भरोसा व्यवस्था से पूरी तरह उठ जाएगा।
अब सवाल ये है – क्या नगर पालिका समय रहते चेत पाएगी?