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पुलिस ने चंद घंटों में सुलझाया अंधे कत्ल का मामला, हत्या को आत्महत्या दिखाने की थी साजिश …

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जांजगीर-चांपा। जिले के थाना सारागांव क्षेत्र में घटित एक अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने महज़ कुछ ही घंटों में सुलझा लिया। घटना में दो आरोपियों ने एक ठेकेदार की गला घोंटकर हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप देने की साजिश रची थी। मामले में थाना सारागांव पुलिस और जिला सायबर सेल की सक्रियता और तकनीकी जांच ने अहम भूमिका निभाई।

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दिनांक 17 जुलाई 2025 को ग्राम कमरीद स्थित एक निर्माणाधीन मकान में ठेकेदार प्रेमलाल पाण्डेय (उम्र 62 वर्ष, निवासी बीरसिंहपुर, म.प्र.) का शव फांसी के फंदे से झूलता मिला। प्रारंभिक तौर पर यह आत्महत्या प्रतीत हुई, लेकिन पुलिस की सूझबूझ और संदेह के आधार पर जांच को मर्ग से अपराध में बदला गया।पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप और SDOP चांपा यदुमणि सिदार के मार्गदर्शन में थाना सारागांव और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने तकनीकी जांच व गहन पूछताछ शुरू की।पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए दो संदिग्धों ने पहले गोलमोल जवाब दिए, लेकिन जब मनोवैज्ञानिक दबाव और तकनीकी साक्ष्य सामने रखे गए, तब उन्होंने हत्या की बात स्वीकार की।

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गिरफ्तार आरोपी:

  1. भीष्मनारायण उर्फ राहुल (30 वर्ष) वार्ड क्रमांक 01, रगोली, थाना सनोधा, जिला सागर (म.प्र.)
  2. हेमराज पटेल (48 वर्ष) तिलकगंज, पन्नालाल का बगीचा, थाना बड़े बाजार, जिला सागर (म.प्र.)

पूछताछ में सामने आया कि मृतक ठेकेदार प्रेमलाल पाण्डेय द्वारा ठेकेदारी प्रतिस्पर्धा के चलते आरोपियों को धमकियां और गाली-गलौज की जाती थी। हत्या से एक दिन पूर्व भी विवाद हुआ था। इसी रंजिश में 16 जुलाई की रात दोनों आरोपियों ने सोची-समझी योजना के तहत उसे गला दबाकर मार डाला और शव को फंदे पर टांग दिया ताकि यह आत्महत्या लगे।दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 103(1), 61(2), 238 BNS के तहत अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।

इस पूरी कार्रवाई में निरीक्षक सावन सारथी (थाना प्रभारी सारागांव), निरीक्षक सागर पाठक (प्रभारी साइबर सेल), सउनि विवेक सिंह, प्र.आर. मनोज तिग्गा, आरक्षक सहबाज खान, गिरीश कश्यप, प्रदीप दुबे, माखन साहू, श्रीकांत सिंह, सउनि के.के. कोसले और राजेश सिंह का सराहनीय योगदान रहा।

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