

🔴 8 में से सिर्फ 1 शिक्षक मिला उपस्थित, बच्चे बाहर खेलते मिले,BEO ने दो शिक्षकों और मिड-डे मील समूह को नोटिस जारी कर मांगा जवाब …

जांजगीर-चांपा। शैक्षणिक गुणवत्ता निरीक्षण अभियान के तहत शिक्षा स्थायी समिति के अध्यक्ष गगन जयपुरिया द्वारा ग्राम कोसमंदा स्थित शासकीय बालक प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय का अचानक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान स्कूल की परिस्थितियाँ इतनी खराब मिलीं कि स्वयं समिति अध्यक्ष भी हैरान रह गए।
कक्षाओं में पढ़ाई बंद — बच्चे स्कूल के बाहर खेलते मिले – स्कूल खुला था, लेकिन पढ़ाई का माहौल बिल्कुल नदारद। बच्चे परिसर के बाहर बाँटी खेलते, सड़क पर साइकिल दौड़ाते और इधर-उधर घूमते दिखाई दिए। निरीक्षण दल के पहुँचते ही स्टाफ ने घबराहट में बच्चों को एक ही कमरे में बैठा दिया, जहाँ पहली से पाँचवीं तक के छात्र एक साथ ठूँसे हुए मिले। किसी भी कक्षा में शिक्षण कार्य नहीं हो रहा था।
8 में से 7 शिक्षक गैरहाजिर, मौजूद एक शिक्षक भी पढ़ाते नहीं मिले – विद्यालय में स्वीकृत 8 शिक्षकों में से 4 शिक्षक BLO ड्यूटी पर थे।एक शिक्षिका स्कूल आकर केवल उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर कर आधे घंटे बाद बिना सूचना घर चली गई।प्रधानपाठक स्कूल आकर तुरंत आकस्मिक अवकाश लेकर लौट गए।एक शिक्षिका संतान पालन अवकाश पर बताई गई, लेकिन उसका कोई लिखित आदेश प्रस्तुत नहीं किया जा सका।
स्कूल में केवल एक शिक्षक मौजूद मिला, लेकिन वह भी किसी भी कक्षा में पढ़ाई नहीं करा रहा था। शिक्षण और उपस्थिति — दोनों की स्थिति पूर्णतः बिगड़ी हुई मिली।
मिड-डे मील में भी गड़बड़ी, मेन्यू और मात्रा में अनियमितता – निरीक्षण के दौरान मध्यान्ह भोजन व्यवस्था भी मानकों के विपरीत पाई गई। न तो तय मेन्यू के अनुसार भोजन दिया जा रहा था और न ही मात्रा पर्याप्त थी। भोजन की गुणवत्ता पर भी गंभीर सवाल खड़े हुए।
गगन जयपुरिया ने इस स्थिति को “अत्यंत गंभीर लापरवाही” बताते हुए कहा कि यह बच्चों के शिक्षा के अधिकार और शासन के निर्देशों की खुली अवहेलना है। उन्होंने बताया कि अन्य स्कूलों में भी ऐसे निरीक्षण लगातार जारी रहेंगे और दोषी शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कोसमंदा स्कूल निरीक्षण प्रकरण में पहली कार्रवाई — दो शिक्षक और मिड-डे मील समूह को नोटिस जारी – औचक निरीक्षण में उजागर हुई अनियमितताओं के बाद प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है।विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) ने दो शिक्षकों एवं मध्यान्ह भोजन संचालन करने वाले समूह को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
शिक्षक गिरजा शंकर पांडे और प्रीति बॉल मिश्रा पर कार्रवाई – दोनों शिक्षकों को निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित रहने, शिक्षण कार्य में लापरवाही और स्कूल की व्यवस्था बाधित करने के आरोपों में नोटिस जारी किया गया है। BEO ने दोनों से शीघ्र स्पष्टीकरण देने को कहा है।

मिड-डे मील समूह ‘जागृति’ को भी नोटिस – मेन्यू के विपरीत भोजन परोसने, मात्रा कम देने और गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर जागृति महिला स्वयं सहायता समूह को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।समूह से पूछा गया है कि बच्चों को तय मानक के अनुसार भोजन क्यों नहीं उपलब्ध कराया गया।





