अपना देशछत्तीसगढ़जांजगीर चांपा

चारधाम यात्रा के लिए भक्तों का जत्था राजधानी एक्सप्रेस से 11 को होगा रवाना…

चांपा। हसदेव यात्रा चांपा व चांपा सेवा संस्थान के तत्वावधान में शिवभक्तों के लिए उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध चारधाम तीर्थयात्रा गंगोत्री, यमनोत्री, केदारनाथ बद्रीनाथ हरिद्वार ऋषिकेश के लिए क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालुओं का जत्था चांपा से हरिद्वार के लिए 11 मई को रवाना होगा और चांपा वापसी 23 मई को होगी।

WhatsApp Image 2025 10 13 at 10.02.11 Console CorptechWhatsApp Image 2025 10 01 at 13.56.11 Console Corptech

इस यात्रा में क्षेत्र के श्रद्धालुओं का यात्रा सेवा समिति के सेवादारों के प्रति लोगों में इतनी आस्था एवं विस्वास है कि चारधाम यात्रा में बाबा के दरबार में मत्था टेक अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। चारधाम यात्रा 11 मई गुरुवार को राजधानी एक्सप्रेस से दोपहर 2 बजे बिलासपुर रेलवे स्टेशन से रवाना होगी, जबकि वापसी राजधानी एक्सप्रेस में ही 23 मई को व्हाया दिल्ली से बिलासपुर के लिए प्रस्थान करेगी। वहीं दिल्ली से स्पेशल एसी बस द्वारा हरिद्वार तक व हरिद्वार से दिल्ली तक एसी बस द्वारा यह तीर्थयात्रा संपन्न होगा।

WhatsApp Image 2025 10 01 at 21.40.40 Console Corptech

भगवान बद्रीनाथ दर्शन के साथ उठाएंगे बर्फबारी के लुत्फ

उत्तराखंड के चार धाम में से एक बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए है.  इससे पहले 26 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए .इसी के साथ ही उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो गई है.यात्रा में शामिल हो रहे श्रद्धालु केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम में हो रहे भारी बर्फबारी से काफी उत्साहित हैं क्योंकि उन्हें केदारनाथ के बाबा भोलेनाथ एवं भगवान बद्रीनाथ के साक्षात दर्शन के साथ साथ भारी बर्फबारी का भी आनंद उठाने का मौका मिल सकता है.

धार्मिक मान्यता

12 महीने भगवान विष्णु जहां विराजमान होते हैं, उस सृष्टि के आठवें बैकुंठ धाम को बद्रीनाथ के नाम से जाना जाता है. मान्यता है कि भगवान विष्णु यहां 6 महीने विश्राम करते हैं और 6 महीने भक्तों को दर्शन देते हैं. वहीं दूसरी मान्यता यह भी है कि साल के 6 महीने मनुष्य भगवान विष्णु की पूजा करते हैं तो बाकी के 6 महीने यहां देवता भगवान विष्णु की पूजा करते हैं जिसमें मुख्य पुजारी खुद देवर्षि नारद होते हैं. 

Related Articles