

जांजगीर-चांपा। पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्ति एवं सामाजिक पुनर्वास अभियान का प्रभाव अब जिले में स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है। सामाजिक पुलिसिंग को बढ़ावा देते हुए पुलिस अधीक्षक ने आज ग्राम कोटमीसोनार तथा थाना नवागढ़ अंतर्गत ग्राम कटौद में विशेष जागरूकता कार्यक्रम में शामिल होकर ग्रामीणों, विशेषकर सबरिया/धनुवार समाज के महिलाओं-पुरुषों एवं बच्चों से संवाद किया।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाज के सदस्य उपस्थित रहे। इस दौरान सबरिया/धनुवार समाज के लोगों ने सामूहिक रूप से शराब नहीं बनाने और न ही अवैध शराब की बिक्री करने की शपथ ली। साथ ही नशे से होने वाले शारीरिक, आर्थिक और पारिवारिक दुष्प्रभावों की जानकारी भी ग्रामीणों को दी गई।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि— “यदि समाज का कमजोर वर्ग आत्मनिर्भर होगा, तो वह किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों में शामिल नहीं होगा। पुलिस की जिम्मेदारी केवल कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज को सही दिशा देना भी हमारा कर्तव्य है।”
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने उपस्थित बच्चों को कापी, पेन और पुस्तकें भी वितरित कीं और उन्हें शिक्षा के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि “जिस बच्चे को सही शिक्षा मिलती है, वह जीवन में गलत मार्ग पर नहीं जाता।”
सबरिया समाज को स्वरोजगार, कौशल विकास एवं बिहान समूह से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने की योजना भी निरंतर जारी है। पुलिस प्रशासन का मानना है कि आत्मनिर्भरता ही स्थायी नशामुक्ति का सबसे सशक्त साधन है।

पुलिस की अपील
- अवैध शराब बनाना और बेचना एक दंडनीय अपराध है।
- समाज व युवा पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए सभी नागरिक आगे आएं।
- कहीं भी अवैध शराब निर्माण या बिक्री की जानकारी हो तो तत्काल पुलिस को सूचित करें।
इस कार्यक्रम में SDOP अकलतरा प्रदीप कुमार सोरी, निरीक्षक कमलेश सेंडे, पुलिस सहायता केंद्र कोटमीसोनार प्रभारी ASI राजेंद्र सिंह, क्षेत्रीय गणमान्य नागरिक एवं सबरिया/धनुवार समाज के बड़ी संख्या में महिलाएँ, पुरुष और बच्चे उपस्थित थे।





