🔴 पीडब्ल्यूडी में पामगढ़ क्षेत्र में चला रहा पेंचवर्क का काम।सरकार को लगा ७ लाख का चूना।
जांजगीर-चांपा। पामगढ़ अनुविभाग के अंतर्गत विभिन्न मार्गों में बीटी पेंच रिपेयर के कार्य में बड़ा घालमेल का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस निर्माण कार्य में चांपा के ठेकेदार अतुल कुमार देवांगन ने रायल्टी क्लीयरेंस में सात लाख का फर्जी दस्तावेज तैयार कर बिल प्रस्तुत किया है। इस संबंध में विभागीय अधिकारियों से बात करने की कोशिश की जा रही है लेकिन जवाबदार अधिकारी जवाब देने से बच रहे हैं। ऐसे में सड़क निर्माण में ठेकेदार द्वारा जमकर भ्रष्टाचार की जा रही है। जिसके चलते सरकार को तकरीबन ७ लाख रुपए का चूना लग रहा है। यदि इतनी राशि सरकार के खाते में जाती तो सरकार को फायदा होता। ऐसे में सरकार को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।लोक निर्माण विभाग में पामगढ़ अनुविभाग के अंतर्गत विभिन्न मार्गों में बीटी पेंच रिपेयर के कार्य किया जा रहा है। जिसमें ठेकेदार को रायल्टी क्लीयरेंस करने के लिए खनिज विभाग से अप्रूवल लेना पड़ता है। उक्त कार्य का ठेका चांपा निवासी अतुल देवांगन को पेंच रिपेयर का ठेका मिला है। जिसमें रायल्टी क्लीयरेंस करने के लिए खनिज विभाग से ७ लाख रुपए का अप्रूवल लेना था, लेकिन ठेकेदार ने फर्जी तौर पर कागजात तैयार कर बिल प्रस्तुत कर दिया है। जिससे सरकार को सात लाख रुपए का चूना लगा है।
एग्रीमेंट का कागजात गायब – सूत्रों का कहना है कि मामले का जब खुलासा हुआ तो विभागीय क्लर्क ने पूरी फाइल की गायब कर दी है। विभागीय अधिकारी भी हैरत में है और लीपापोती के लिए जुट गए हैं। लेकिन पूरा मामला परत परत दर उखड़ते जा रहा है। वहीं अधिकारी भी इसे दबाने में पूरी ताकत झोंक दिए हैं।
मीडिया से बनाई दूरी – पीडब्ल्यूडी के अधिकारी दफ्तर में मिलते ही नहीं। विभाग के सभी बड़े अफसर हमेशा दफ्तर से बाहर रहते हैं। बाहर रहने के बाद न ही किसी का फोन उठाते और न ही मिलते। गुरुवार को इस पूरे मामले की जानकारी के लिए लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता प्रज्ञानंद से बात करना चाहा, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। वहीं पामगढ़ के एसडीओ धु्रव को भी लगातार फोन किया लेकिन उन्होंने भी फोन नहीं उठाया। ऐसे में विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली का अंदाजा लगाया जा सकता है।