विद्यार्थी परिषद ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति समुदाय के साथ हो रहे अन्याय के संबंध में राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन …
चांपा। छत्तीसगढ़ के विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में कई तरह की अनियमितताए सामने आ रही है प्रदेश के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करते हुए कुछ व्यक्तियों द्वारा फर्जी जाती प्रमाण पत्र बनवा कर इन भर्ती परीक्षाओं के माध्यम से चयन प्राप्त किया गया है।पिछले कल फर्जी प्रमाण पत्रों के विषय को लेकर राजधानी में युवाओं का नग्न प्रदर्शन यह संपूर्ण प्रदेश को शर्मसार करने वाला है। यह प्रदर्शन वर्तमान सरकार की भ्रष्ट व्यवस्थाओं का चरित्र को उजागर करती है।लगातार युवाओं के आक्रोश और चरणबद्ध आंदोलन के पश्चात भी सरकार द्वारा कोई कार्यवाही न होने पर अनुसूचित जाति, जनजाति युवाओं को प्रदर्शन का यह अंतिम तरीका चुनना पड़ा होगा। यह सरकार के असंवेदनशीलता को प्रदर्शित करता है। इस प्रकार के प्रदर्शन के पश्चात उक्त युवाओं की जायज मांगों की अनसुनी करते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा विभिन्न धारा लगाते हुए गिरफ्तार करना यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उपरोक्त घटना को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का स्पष्ट मत है कि फर्जी प्रमाणपत्र धारकों के ऊपर एवम जिम्मेदार के ऊपर कानूनी कार्यवाही की जाए तथा गिरफ्तार किए हुए युवाओं को तत्काल बिना किसी शर्त छोड़ा जाए इन सभी विषय को लेकरके विद्यार्थी परिषद ने जांजगीर चांपा के जिलाधीश को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन देने प्रांत छात्रावास प्रमुख मनोबल जहीरे जिला संयोजक आशुतोष सोनी जिला विस्तारिका आरती डडसेना प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हरिशंकर यादव, करण बरेठ नगर मंत्री संजीत मिश्रा साथ ही परिषद के कार्यकर्ता और विद्यार्थी पहुंचे।