जांजगीर-चांपा-सक्ती। नवीन जिला सक्ती में जिस तरह से फ्लाई ऐश राखड़ का अवैध तरीके से नियमों विरुद्ध डंपिंग आम बात हो गया है। इस तरह के अवैध कार्य का अभी ताजा नजारा ग्राम पंचायत डूमरपारा में बाराद्वार जैजैपुर मार्ग के किनारे देखा जा सकता है। जहां पर एक सरकारी जमीन पर हजारों ट्रक रखड़ा डंप कर दिया गया है। रखड़ डंपिंग पश्चात उसके उपर मिट्टी नहीं पाटा गया है जिससे राखड़ का गुब्बार सड़क पर प्रतिदिन देखा जा सकता है। डंप हुए इस राखड़ की वजह से बाराद्वार जैजैपुर मार्ग में आने जाने राहगीरों को आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत से अनापत्ति लेकर राखड़ तो पाट दिया गया मगर अब राखड़ पाटने वाले उस पर मिट्टी फिलिंग करने पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिससे डंप राखड़ हवा में इधर उधर उड़कर कृषि भूमि में पहुंच रहा है। जिससे कृषि भूमि भी प्रभावित हो रहा है।
इस तरह से नियमों विरुद्ध कार्य करने वालों को जिस तरह से प्रशासनिक सहयोग मिल रहा है। उससे लगता है की इस भ्रष्टाचार में पूरा सिस्टम लिप्त है। तभी तो इस जहरीली राखड़ को जहां तहां पाटने में दबंग लगातार लगे हुए हैं।सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अब ये राखड़ ठेकेदार बाराद्वार डुमरपारा से लगे जंगली जमीन पर भी अवैध तरीके से राखड़ पाटने का कार्य शुरू कर दिए हैं। जिससे जंगल क्षेत्र भी अब इस जहरीले राखड़ की भेंट चढ़ते नजर आ रहा है।
ठेकेदार प्लांट प्रबंधक को करते हैं गुमराह – राखड़ से गांधी छापने के काम में लगे बहुत से ठेकेदार इन दिनों लगातार प्लांट प्रबंधक को गुमराह करते हुए कार्य कर रहे हैं। अनुमति कागजात कहीं और जमा कर यत्र तत्र जहां तहां राखड़ को पाटने का कार्य करते हैं। ठेकेदार के इस कृत्य से प्लांट प्रबंधक लगातार अंजान बने रहते हैं। अब ऐसे में यह सवाल उठता है की डुमरपारा में राखड़ किस प्लांट से लाकर पाटा गया है? प्लांट प्रबंधन को इस बात की जानकारी है या नहीं?