नपाध्यक्ष जय थवाईत ने क्षेत्रवासियों को लोक पर्व छेरछेरा की दी बधाई एवं शुभकामनाएं…

जांजगीर-चांपा। नगर पालिका अध्यक्ष जय थवाईत ने क्षेत्रवासियों को छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोक पर्व छेरछेरा की बधाई और शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्रवासियों की खुशहाली की मंगल कामना की है। श्री थवाईत ने छेरछेरा पर्व पर अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि महादान और फसल उत्सव के रूप में मनाया जाने वाला छेरछेरा त्योहार हमारी सामाजिक समरसता, दानशीलता की और समृद्ध गौरवशाली परम्परा का संवाहक है। यह नई फसल के घर आने की खुशी में पौष मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इसी दिन मां शाकम्भरी जयंती भी मनाई जाती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान शंकर ने माता अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी, इसलिए लोग धान के साथ साग-भाजी, फल का दान भी करते हैं।इस दिन ‘छेरछेरा, कोठी के धान ल हेरहैेरा’ बोलते हुए गांव के बच्चे, युवा और महिलाएं खलिहानों और घरों में जाकर धान और भेंट स्वरूप प्राप्त पैसे इकट्ा करते हैं और इकट्टा किए गए धान और राशि से वर्ष भर के लिए कार्यक्रम बनाते हैं। यह नईफसल के घर आने की खुशी में पौष मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
नपाध्यक्ष जय थवाईत ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों में उदारता के कई आयाम दिखाई देते हैं। यहां उत्पादित फसल को समाज के जरूरतमंद लोगों, कामगारों और पशु-पक्षियों के लिए देने की परम्परा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की अमूल्य धरोहरों और पौराणिक परम्पराओं का संवर्धन और संवहन हो सके,इसलिए छर्तीसगढ़ सरकार ने छेरछेरा तिहार पर सार्वजनिक अवकाश भी घोषित किया गया है। उन्होंने कहा है कि छेरछेरा तिहार भेदभाव और अहंकार की भावना को समाप्त कर मिल-जुलकर जीना सिखाता है। छत्तीसगढ़ की इस समृद्ध परम्परा और सभ्यता की भावी पीढ़ तक ले जाना हम सबका दायित्व है।