छत्तीसगढ़जांजगीर चांपा

देवी गंगा देवी गंगा लहरा तुरंगा गीत से झूम उठा गांव,उत्सव में शामिल हुए विधानसभा अध्यक्ष प्रतिनिधि दीवान …

चांपा/अफरीद। बम्हनीडीह ब्लॉक अंतर्गत ग्राम अफरीद में भोजली उत्सव का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया कार्यक्रम का प्रादुर्भाव संस्कृति के अनुरूप प्रकृति एवं भोजली की पूजा अर्चना के पश्चात की गई ततपश्चात प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमें उपस्थित अतिथियो ने पुरस्कार वितरण किया।मुख्य अतिथि के रूप शामिल विधानसभा अध्यक्ष प्रतिनिधि शाश्वत धर दीवान ने कहा भोजली छत्तीसगढ़ की सुख-समृद्धि हरियाली का प्रतीक है । इसके वैज्ञानिक महत्व भी हैं। जब तक घर में भोजली है, तब तक वहां की आबो-हवा शुद्ध रहती है। मंच के माध्यम से दीवान ने क्षेत्रवासियों को भोजली पर्व की शुभकामनाएं दी साथ ही गौरव पूर्ण भोजली विसर्जन कार्यकम को आयोजक समिति का सराहनीय कदम बताया,आपको बता दे भोजली गेहूं का पौधा है, जिसे सावन मास के दूसरे पक्ष की पंचमी से नवमी के बीच किसी पात्र में बोया जाता है। इस पौधे को सूर्य से बचाकर दीपक की रोशनी में रखा जाता है। हल्दी-पानी सींचकर भोजली के पौधे की देखरेख रक्षाबंधन के दिन तक की जाती है।

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इसके दूसरे दिन भोजली का विसर्जन पारंपरिक उल्लास के साथ किया जाता है ग्राम अफरीद में मादर झांझ मजीरा के साथ गीत गाते हुए पूरे गांव बच्चो ने आदिवासी चौक अफरीद से मेन गली होते हुए नैय्या तालाब में भोजली का विषर्जन किया। कार्यकम के दौरान अतिथि के रूप रामसुमरन सोनी गौरीशंकर राठौर छेदी लाल राठौर गोपाल मरकाम बुध्देश्वर भैना रामेश्वर यादव रामेश्वर सिंह राठौर मोहित धीवर मुकेश राठौर सरपंच चिंता बाईं भैना गांव बैगा सँतोष भैना सहित ग्रामीण जन बड़ी संख्या में उपस्थित थे। संस्कृति और प्रकृति को केंद्र बिंदु मानकर कार्यक्रम का संचालन सुमन सोनी ने किया।

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