चांपा में दशहरा महोत्सव के दौरान हुई भीषण दुर्घटना के लिए जिम्मेदार आखिर कौन? कलेक्टर, एसपी सहित स्थानीय प्रशासन की सहभागिता और मौजूदगी में हुआ बड़ा हादसा, देखे वीडियो …

जांजगीर-चांपा। चांपा शहर में शनिवार की रात भालेराय मैदान में आयोजित भव्य चांपा दशहरा महोत्सव के दौरान हुए भीषण हादसे से कई सवाल उढ़ने लगा है जिसका जवाब किसी के पास नही है।इस हादसे में कई लोगों की जान पर आफत आ गई।गम्भीर रूप से घायल का उपचार बिलासपुर के अस्पताल में चल रहा है तो वही राम लक्ष्मण और हनुमान बने युवक भी घायल हो गए थे।जिन्हें उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी।
इस पूरे मामले में शासन प्रशासन की भूमिका कटधरे में है।जिस लापरवाही के साथ स्काई लिफ्टिंग में क्षमता से अधिक लोगों सवार करने और अपोजिट दिशा में ऑपरेट करने के चक्कर मे बड़ा हादसा हो गया।यहां अप्रिय स्थिति को देखते हुए पहले से किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नही की गई थी।मसलन दशहरा उत्सव देखने आए ग्राम हरदी निवासी अवधेश सिंह उम्र 44 वर्ष और उनकी नन्ही बेटी दृष्टि सिंह 5 वर्ष पर स्काई लिफ्टिंग धड़ाम से गिर गया जिसके चलते अवधेश सिंह का दोनो पैर की हड्डी पूरी तरह टूट गयी उसका उपचार बिलासपुर में चल रहा है। उसकी बेटी दृष्टि का हाथ मे चोट आई है।राम,लक्ष्मण और हनुमान बने युवक भी घायल हो गए है।बताया जा रहा है ऑपरेटर ने अपोजिट दिशा में चलाने और क्षमता से अधिक चढ़ाने से सावधान किया था लेकिन उसकी बात को अनसुना करके यह कार्यक्रम किया गया।बड़ी बात यह है जिला प्रशासन से लेकर स्थानीय प्रशासन ने बार-बार कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया और खुद कलेक्टर एसपी की मौजूदगी में इतना बड़ा हादसा हो गया।दिलचस्प बात यह है इतनी बड़ी दुर्घटना होने के बावजूद अफसर कार्यक्रम का आनंद लेते रहे।घायलों का कहना है इतनी बड़ी घटना घट गई लेकिन उन्हें देखने कोई नही आये और हालचाल तक जानना मुनासिफ नही समझा गया।यह पूरा वाक्या सुरक्षा व्यवस्था के दावों की पोल खोलकर रख दी है।

🔴 इस पूरे घटनाक्रम का जिम्मेदार कौन? – चांपा में दशहरा उत्सव के दौरान हुई भीषण दुर्घटना में जिन्दगी और मौत के बीच संघर्ष करने को मजबूर के लिए आखिर जिम्मेदार कौन है।स्काई लिफ्टिंग मशीन नगर पालिका की थी तो वहीं चांपा दशहरा उत्सव में जिला प्रशासन से लेकर स्थानीय प्रशासन की सहभागिता रही। इन सबमें सुरक्षा व्यवस्था का कोई इंतजाम नहीं था।स्काई लिफ्टिंग के ऑपरेटर के सावधान करने के बावजूद अपोजिट दिशा में लिफ्टिंग करने के कारण इनकी उपस्थिति में यह हादसा होना बड़ा सवाल है।इस पूरे घटनाक्रम के लिए आखिर जिम्मेदारी किसकी तय की जाएगी यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा। इस पूरे मामले की प्रशासनिक जांच में इन सभी बिंदुओं को शामिल करने की मांग उठने लगी है।
🔴 भालेराय मैदान की दूसरी घटना- चांपा शहर का भालेराय मैदान बड़ी दुर्घटना के लिए चर्चित होने लगा है। यह दूसरी बड़ी घटना है।इसके पहले क्रिकेट स्पर्धा के आयोजन के दौरान गुब्बारा फ़ट गया था जिसमे कई लोग झुलस गए थे।तो वही एक युवक को अपनी जान गवानी पड़ी। हाईटेक आयोजन काफी खतरनाक साबित हो रहा है।अभी जमीन से 30-35 फीट ऊपर स्काई लिफ्टिंग के जरिए राम-रावण संवाद और युद्ध का प्रदर्शन कराना महंगा पड़ गया।इस खतरनाक हाईटेक आयोजन से सीख लेने की जरुरत है।

🔴 खतरनाक हाईटेक कार्यक्रम में सावधानी जरूरी – दशहरा उत्सव के दौरान नगर पालिका की जिस स्काई लिफ्टिंग मशीन का उपयोग किया गया उस मशीन की फिटनेस भी नही होने की जानकारी सामने आई है।यह भी बड़ी लापरवाही को दर्शाता है।ऐसे कमजोर मशीन का उपयोग खतरनाक हाईटेक कार्यक्रम के लिए उपयोग किया जाना वैसे भी ख़तरे से खाली नही था।उपयोग से पहले मशीन के फिटनेस की बारीकी से जांच करा लेनी चाहिए थी।इन सब मामलों से आयोजनकर्ता को सीख लेने की जरूरत है।
कमजोर स्काई लिफ्टिंग को खतरनाक हाईटेक कार्यक्रम उपयोग के लिए देने के सम्बंध में हमने जब नपा सीएमओ भोला सिंह ठाकुर को उनके मोबाइल नम्बर में दो बार संपर्क किया घँटी बजती रही लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव कर अपना पक्ष रखना जरूरी नही समझा।
इस पूरे मामले में जांच की जाएगी,जांच के बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकता हैं फिलहाल घटना क्रम के आधार पर मामले में जांच की जा रही है – डॉ. नरेश पटेल,थाना प्रभारी चांपा …