24 घंटे भी नहीं चला 7 लाख का डामरीकरण,सड़क पर डामर के बजाए नजर आ रहा गिट्टी, मीडिया की दखल के बाद फिर डामरीकरण करने का दे रहे हवाला …

चांपा। शहर के थाना चौक से डामरीकरण का काम बुधवार की दोपहर शुरू कराया गया था, जो 24 घंटे भी नहीं चला। सड़क पर डामर के बजाय गिट्टी ही नजर आ रहा है। नगर पालिका के इंजीनियर विभिन्न निर्माण कार्यों में लापरवाही पर रखते हैं, जिसके चलते शहर के लोगों को विकास कार्य का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
चांपा के थाना चौक से पोस्ट ऑफिस तक 7 लाख की लागत से डामरीकरण का कार्य बुधवार की दोपहर प्रारंभ कराया गया था, लेकिन 24 घंटे बाद सड़क पर डामर के बजाय गिट्टी नजर आ रहा है। इस कार्य के संबंध में हाल ही में मीडिया में खबर भी आई थी, जिस पर सीएमओ ने कार्य निरस्त होने का हवाला दिया था, लेकिन बुधवार की दोपहर आनन फानन में डामरीकरण का कार्य प्रारंभ कराया गया। पहले ही इस मार्ग में कई जगह गड्ढे थे। डामरीकरण के बाद लोगों में इन गड्ढों से राहत मिलने की उम्मीद जगी थी लेकिन यह डामरीकरण के बाद लोगों की समस्या और बढ़ गई है।
जिम्मेदारों का गैर जिम्मेदारी पूर्ण जवाब – नगर पालिका के जिम्मेदारों का इस संबंध में गैर जिम्मेदारी पूर्ण जवाब रहता है। सीएमओ भोला सिंह ठाकुर का कहना है इस मामले में लिखित कोई शिकायत आती है तब उस सम्बंध में जांच व कार्रवाई की जाएगी।वही देवेन्द कैवर्त्य का कहना है स्टीमेट के अनुसार काम पूरा हो गया है।कही कोई गड़बड़ है तो उसे देखकर ठीक करा दिया जाएगा।

मीडिया की दखल के बाद फिर काम शुरू – इंजीनियर देवेंद्र कैवर्त्य ने डामरीकरण का कार्य पूर्ण होने की बात कही तो वही सीएमओ भोला सिंह ठाकुर ने भी डामरीकरण के बाद ऊपर में रेत डालने का हवाला दिया। जैसे ही मीडिया प्रतिनिधि नगर पालिका कार्यालय से बाहर आए उसके थोड़े ही देर बाद काम बचे होने और एक फाइनल डामरीकरण लेयर होने की जानकारी दी।उन्होंने कहा काम पूरा होने के सम्बंध में जानकारी नही थी इसलिए अधूरी जानकारी ही दी गयी थी।इससे समझा जा सकता है नपा के जिम्मेदार यहां अपने कर्तव्यों का निर्वहन कितनी जिम्मेदारी से कर रहे है।
जनता के पैसों की हो रही बर्बादी – चांपा शहर में करोड़ों की लागत से विकास कार्य कराने का दावा किया जाता है।लेकिन निर्माण कार्यों की गुणवत्ता तार-तार हो रही है।थाना चौक से प्रारंभ हुए डामरीकरण का कार्य भी गैर जिम्मेदार तरीके से पूर्ण कर लिया गया था।लेकिन इस मामले में मीडिया की दखल के बाद फिर से इस कार्य मे डामरीकरण की लेयर लगाने की बात सामने आ रही है।