मडवा ताप विद्युत संयंत्र के भू-स्थापितों का बड़ा आंदोलन, नौकरी की मांग को लेकर किया चक्का जाम …

जांजगीर-चांपा। मडवा (अटल बिहारी वाजपेयी) ताप विद्युत संयंत्र में नौकरी की मांग को लेकर वर्षो से आंदोलनरत भू-स्थापितों का सब्र आखिरकार टूट गया। लंबे समय से चल रही चरणबद्ध और अनिश्चितकालीन हड़ताल के बावजूद प्रशासन एवं सरकार की ओर से कोई ठोस समाधान न निकलने पर आज भू-स्थापितों ने बड़ा कदम उठाते हुए दर्रा भांठा के पास जांजगीर-चांपा मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया।
इस चक्का जाम के कारण पूरे क्षेत्र का यातायात पूरी तरह बाधित हो गया, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग है कि संयंत्र में उन स्थानीय लोगों को नौकरी दी जाए, जिनकी जमीनें संयंत्र के निर्माण हेतु अधिग्रहित की गई थीं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि भूमि अधिग्रहण के समय रोजगार देने का वादा किया गया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ है।
घटनास्थल पर पहुंचे एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस बल प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन आंदोलनकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक नौकरी की मांग पूरी नहीं की जाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा और भविष्य में यह और उग्र रूप ले सकता है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्रीय विधायक व्यास कश्यप भी मौके पर पहुंचे हैं और अधिकारियों के साथ वार्ता कर रहे हैं ताकि स्थिति को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाया जा सके।
संघ की चेतावनी: “जब तक संयंत्र में भू-स्थापितों को रोजगार नहीं मिलता, तब तक आंदोलन थमेगा नहीं। सरकार और संयंत्र प्रबंधन को ज़मीनी वादों को निभाना होगा।”
यह आंदोलन स्थानीय लोगों की उपेक्षा और अधूरे वादों के खिलाफ गहराते असंतोष का संकेत है, जिसका समाधान अब प्रशासन और सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।