
चांपा। सट्टा कार्रवाई के दौरान 4 लाख 30 हजार रुपये की अवैध वसूली का मामला सामने आया है। पीड़ित रेणु कसेर ने इस संबंध में एसपी से शिकायत की थी, जिसके बाद आज चांपा एसडीओपी ने उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए ऑफिस बुलाया। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि सट्टा की कार्रवाई के दौरान साइबर टीम ने उनके घर से 4.30 लाख रुपये ले लिए और किसी अन्य व्यक्ति का नाम लेने के लिए दबाव बनाया।मीडिया में खबरें प्रकाशित होने के बाद एसडीओपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लगभग ढाई घंटे तक पीड़ित से पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया। पीड़ित ने साइबर टीम पर अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगाए हैं।
पीड़ित ने कहा कि साइबर टीम सिर्फ जुआ-सट्टा के मामलों में कार्रवाई करती है और इनमें अक्सर पैसों की वसूली के आरोप लगते रहते हैं। जिले में साइबर टीम की कार्यप्रणाली को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं। टीम के कुछ कर्मचारी लंबे समय से इस काम में जुड़े हैं और अवैध वसूली का आरोप उन पर पहले भी लग चुका है।
साइबर टीम पर गुम मोबाइल लौटाने के नाम पर भी वसूली करने के आरोप लगे हैं। पीड़ित का कहना है कि साइबर टीम के रवैये से जिले की पूरी पुलिस बदनाम हो रही है और इस पर सख्त अंकुश लगाना जरूरी है।सूत्रों के अनुसार, मीडिया में इस मामले की खबरें सामने आने के बाद पुलिस ने इस पर संज्ञान लिया और पीड़ित का बयान दर्ज किया। पीड़ित ने मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
इस मामले के बाद जिले की साइबर टीम की भूमिका को लेकर पुलिस विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना है कि यदि साइबर टीम की कार्यप्रणाली पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो यह कानून-व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती बन सकती है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।