
जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के भावी विकास की रूपरेखा तय करने वाले अंजोर विजन 2047 दस्तावेज को लेकर भाजपा जांजगीर-चांपा के जिला उपाध्यक्ष अमर सुल्तानिया ने इसे “विकास के सुनियोजित रोडमैप” की संज्ञा दी है। उन्होंने कहा कि यह दस्तावेज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व और वित्त मंत्री ओपी चौधरी की रणनीतिक दृष्टि का परिणाम है, जिसने छत्तीसगढ़ को आत्मनिर्भर, समावेशी और समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में एक ठोस कदम बढ़ाया है।
सुल्तानिया ने कहा कि नीति आयोग के तकनीकी सहयोग से तैयार यह दस्तावेज व्यावहारिक और यथार्थवादी है, जिसमें न केवल प्रदेश की ताकतों को चिन्हित किया गया है, बल्कि कमजोरियों को अवसर में बदलने की रणनीति भी समाहित है। उन्होंने कहा कि उद्योग, पर्यटन और संस्कृति जैसे क्षेत्रों को और सशक्त किया जाएगा, जबकि शिक्षा, स्वास्थ्य और मैन्युफैक्चरिंग जैसे कमजोर पहलुओं को प्राथमिकता में रखकर सुधार की दिशा में कार्य किया जाएगा।उन्होंने आगे कहा, “इस विजन डॉक्यूमेंट की सबसे खास बात इसकी जनभागीदारी है। एक लाख से अधिक नागरिकों से प्राप्त सुझावों के आधार पर इसे तैयार किया गया है, जिससे यह केवल सरकारी योजना नहीं, बल्कि जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब बन गया है।”
सुल्तानिया ने कहा कि प्राइवेट इन्वेस्टमेंट, टेक्नोलॉजी आधारित शासन प्रणाली और बुनियादी ढांचे के विकास ये तीन स्तंभ छत्तीसगढ़ को 2047 तक देश के अग्रणी राज्यों में लाने में निर्णायक साबित होंगे।अंत में उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह विजन डॉक्यूमेंट राजनीति से ऊपर उठकर जनहित और जनाकांक्षाओं को दिशा देगा और छत्तीसगढ़ को सामाजिक, आर्थिक और तकनीकी रूप से सशक्त राज्य बनाने की दिशा में निर्णायक भूमिका निभाएगा।