

जांजगीर–चांपा। जिले में धान खरीदी का मौसम शुरू होते ही किसानों के खातों में वर्षभर की मेहनत की कमाई आने लगती है। इसी अवधि में उठा–ई गिरोह और साइबर ठग सक्रिय हो जाते हैं। किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय ने आवश्यक दिशा–निर्देश जारी करते हुए सभी किसानों से सतर्क रहने की अपील की है।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि धान खरीदी के दिनों में ओडिशा, आंध्र प्रदेश, कापू, कंडराजा, पत्थलगांव आदि क्षेत्रों से आने वाले उठा–ई गिरोह सक्रिय रहते हैं। ये बैंक में फॉर्म भरवाने के दौरान ध्यान भटकाकर पैसे ले जाना, मोटरसाइकिल की सीट पर गंदगी डालकर बैग चोरी करना, वाहन की डिक्की खोलकर रकम उड़ाना जैसी घटनाएं अंजाम देते हैं।
उन्होंने किसानों से अपील की कि बैंक में लेन–देन के दौरान हमेशा एक साथी साथ रखें, फॉर्म स्वयं भरें या केवल बैंक स्टाफ से भरवाएं, पैसा निकालने के बाद बिना रुके सीधे घर जाएं और रास्ते में किसी अनजान व्यक्ति से बातचीत या रुकने से बचें। यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति पीछा करते दिखे या रास्ता रोकने की कोशिश करे तो तुरंत 112 पर सूचना दें।
साइबर अपराधों को लेकर भी पुलिस ने किसानों को सचेत किया है। ऑनलाइन ठग अक्सर ओटीपी मांगकर, पैन कार्ड अपडेट का बहाना बनाकर, बैंक खाते में समस्या बताकर या परिचित की आवाज में वॉइस क्लोनिंग के जरिए पैसे मांगकर ठगी करते हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया कि कोई भी बैंक फोन पर ओटीपी, कार्ड नंबर, सीवीवी या अकाउंट की गोपनीय जानकारी नहीं मांगता है। किसी भी संदिग्ध कॉल की स्थिति में जानकारी को स्वयं सत्यापित करने की सलाह दी गई है।
पुलिस अधीक्षक का संदेश : “किसान भाइयों, आपकी मेहनत की कमाई बहुत कीमती है। आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, लेकिन सतर्क रहना आपकी जिम्मेदारी है। किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत 112 या निकटतम पुलिस थाना को सूचित करें।” जिले की पुलिस ने किसानों को सुरक्षा–जागरूकता अपनाने, सावधानी बरतने और किसी भी जोखिमपूर्ण स्थिति में तत्काल पुलिस सहायता लेने की अपील की है।






