मंत्रिमंडल के साथ अयोध्या पहुंचे छत्तीसगढ़ सीएम,भगवान राम के लिए ननिहाल से लेकर आए ये उपहार …
छत्तीसगढ़ के मंत्रिमंडल के साथ शनिवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने रामलला के दर्शन-पूजन किया और भगवान राम के ननिहाल से लाया उपहार भी भेंट किया।
छत्तीसगढ़ के मंत्रिमंडल के साथ शनिवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अयोध्या पहुंचे। उन्होंने रामलला का दर्शन-पूजन किया और भगवान राम के ननिहाल से लाया उपहार भी भेंट किया। यह उपहार श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने स्वीकार किया।इसके साथ मुख्यमंत्री सायं का स्वागत करने के साथ राम मंदिर निर्माण की तकनीक से अवगत कराते हुए उन्हें और मंत्रियों को पूरे परिसर का अवलोकन भी कराया।
इस दौरान प्रोटोकाल को तोड़कर राम मंदिर में वीवीआईपी श्रद्धालुओं द्वारा भगवान के समक्ष श्रद्धानवत तस्वीरें भी तीर्थ क्षेत्र के मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक की गयी। इसके साथ मुख्यमंत्री विष्णु देव ने हनुमानगढ़ी में भी माथा टेका और मां सरयू का भी अभिषेक कर पूजन किया। दर्शन – पूजन से पहले निर्धारित समय से थोड़ा विलंब से पहुंचे छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री विष्णु देव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की नगरी है और भगवान राम का ननिहाल है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की खुशहाली के लिए भगवान राम का आशी्वाद लेने के लिए मंत्रिमंडल के साथ यहां आए हैं। उन्होंने बताया कि सौभाग्य की बात है कि भगवान राम ने वनवास के समय करीब दस वर्ष छत्तीसगढ़ के वनों में व्यतीत किया था और वहीं पर माता शबरी के जूठे बेर भी भगवान ने खाए थे। उन्होंने बताया कि हम यहां पूरी तैयारी से आए हैं।
शबरी के बेर व सुगंधित चावल सहित अन्य उपहार लेकर आए मुख्यमंत्री – मुख्यमंत्री ने मीडिया को जानकारी दी कि वह भगवान राम के लिए शिवरीनारायण के बेर-जल, कुशा के वस्त्र वसुगंधित चावल के अलावा अनेक प्रकार के लड़ु भी लाए हैं। यह सभी उपहार भगवान को समर्पित करेंगे। उन्होने एक सवाल के जवाब में कहा कि विपक्ष के कुछ ऐसे लोग हैं जो भगवान राम के अस्तित्व पर ही सवाल उठा रहे हैं, इन लोगों ने भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण ठुकरा दिया तो ऐसे लोगों की बात का कोई वजन नहीं है।
अयोध्या धाम की माटी का स्पर्श सौभाग्य का विषय – चौधरी छतीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि हिंदू संस्कृति जीवन पद्धति है। इस संस्कृति को मानने वाले व्यक्त में सर्वेभवंतु सुखिनः का भाव रहता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति चाहे किसी भी मजहब का हो उसके लिए अयोध्या धाम में आना यहां की माटी का स्पर्श सौभाग्य का विषय है। छत्तीसगढ़ भगवान राम लला का ननिहाल है और माता कौशल्या वहीं से आई थीं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में ही माता कौशल्या का मंदिर भी है, वहां से आकर मैंअपने आप को सौभाग्य शाली समझता हूं।