

जांजगीर-चांपा। जिले में लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जलभराव और नदियों-नालों में जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने शुक्रवार सुबह शिवरीनारायण क्षेत्र और आसपास के संवेदनशील इलाकों का स्थलीय निरीक्षण किया।


उन्होंने शिवरीनारायण बैराज, वार्ड क्रमांक 15, कुकदा-रिंगनी कंजी नाला पुल समेत कई जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने जल निकासी के लिए नालियों की सफाई, राहत शिविरों में समुचित व्यवस्था और बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए।

प्रशासन अलर्ट मोड पर, बैरीकेडिंग कर मार्गों को डायवर्ट किया गया – जिन नदियों और नालों में जलस्तर अधिक होने से पुलों के ऊपर से पानी बह रहा है, वहां बैरीकेडिंग कर मार्गों को डायवर्ट किया गया है। इनमें लछनपुर हसदेव रपटा मार्ग, कुकदा-रिंगनी कंजी नाला मार्ग, कोसा-मल्हार-बिलासपुर रोड और बिलारी-सेमरा मार्ग शामिल हैं।कलेक्टर ने सभी विभागों को समन्वय बनाकर काम करने, बिजली, संचार और यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो यह सुनिश्चित करने को कहा है। साथ ही राजस्व अधिकारियों को मकान, फसल, जन व पशुहानि की स्थिति में तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

राहत शिविरों और कंट्रोल रूम से संपर्क की अपील – कलेक्टर ने नागरिकों से अपील की है कि अफवाहों से बचें, सुरक्षित मार्गों का उपयोग करें और किसी भी आपात स्थिति की सूचना तुरंत जिला कंट्रोल रूम नंबर 07817-222032 पर दें।
जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे द्वारा चांपा क्षेत्र के संभावित बाढ़ प्रभावित गांवों—सिवनी च, महुदा, कुरदा, बालपुर आदि का निरीक्षण कर निर्देश दिए गए हैं। अपर कलेक्टर ज्ञानेन्द्र ठाकुर, सभी एसडीएम और तहसीलदार भी सतत निरीक्षण में जुटे हैं।

स्कूल-आंगनबाड़ियों के रास्तों पर चेतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश– कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि यदि किसी स्कूल या आंगनबाड़ी भवन तक पहुंचने वाले रास्ते में तालाब, नाला या जलभराव है, तो वहां चेतावनी बोर्ड लगाएं और मुनादी कर ग्रामीणों को सतर्क किया जाए। बारिश के कारण यदि स्कूल परिसर में पानी भर रहा हो, तो वहां तत्काल जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।