

जांजगीर-चांपा। शासकीय टीसीएल महाविद्यालय, जांजगीर के मनोविज्ञान विभाग द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस बड़ी गरिमा के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और सकारात्मक सोच को प्रोत्साहित करना था।


इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि “जिस प्रकार एक कांटा चुभने से शरीर और मन तुरंत प्रतिक्रिया देते हैं, उसी तरह जीवन की प्रतिकूल परिस्थितियों को समझना और उनसे संतुलित रूप से निपटना आवश्यक है।” उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य को जीवन की गुणवत्ता से जोड़ते हुए विद्यार्थियों से तनाव प्रबंधन और आत्मचिंतन की आदत अपनाने का आग्रह किया।हिंदी विभाग के प्रमुख श्री पाटले जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि “विद्यार्थी जीवन में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद भी अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन निवास करता है।”
कार्यक्रम के दौरान मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह मनाने की घोषणा की गई, जिसके अंतर्गत विभिन्न रचनात्मक प्रतियोगिताएँ जैसे पोस्टर निर्माण, कविता लेखन, चलचित्र निर्माण और नारा लेखन आयोजित की जाएंगी। इन सभी प्रतियोगिताओं का विषय रखा गया है – “सकारात्मक सोच से मानसिक स्वास्थ्य मजबूत होता है।”
मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. माधुरी मिंज तिग्गा ने सभी अतिथियों, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. इन्दु साधवानी ने किया।