हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी और टीकाकरण पर विशेष जोर,जिले में मातृ-शिशु स्वास्थ्य सुदृढ़ करने कलेक्टर के कड़े निर्देश …



🔴 कलेक्टर जन्मेजय महोबे की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की व्यापक समीक्षा,जिला स्वास्थ्य समिति की शासी एवं कार्यकारी समिति समीक्षा बैठक: स्वास्थ्य शिविर, एनीमिया मुक्त अभियान और चिरायु कार्यक्रम पर फोकस। स्कूल हेल्थ एंड वेलनेस प्रोग्राम एवं आयुष्मान कार्ड, वय वंदना कार्ड प्रगति की समीक्षा …

जांजगीर-चांपा। कलेक्टर जन्मेजय महोबे की अध्यक्षता में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की शासी एवं कार्यकारी समिति की बैठक कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में जिले में संचालित स्वास्थ्य योजनाओं, टीकाकरण कार्यक्रम, मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, कुपोषण उन्मूलन, स्वास्थ्य संस्थाओं की उपलब्धियों एवं चुनौतियों तथा आगामी कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा की गई। कलेक्टर ने सभी जनस्वास्थ्य कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता एवं सतत सुधार विभाग की सर्वाेच्च प्राथमिकता हो।
मातृ-शिशु स्वास्थ्य पर फोकस – कलेक्टर ने बैठक में मातृत्व स्वास्थ्य को लेकर विशेष समीक्षा की गई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि गर्भवती महिलाओं का नियमित जांच सुनिश्चित किया जाए। हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी वाले मामलों की लगातार निगरानी की जाए। संस्थागत प्रसव सेवाओं को सुदृढ़ कर मातृत्व मृत्यु दर में कमी लाने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं। कलेक्टर ने कहा प्रत्येक बच्चे को समय पर टीका लगाये जाए। साथ ही टीकाकरण सत्रों की सतत निगरानी, अपूर्ण टीकाकरण वाले बच्चों की पहचान, ग्राम स्तर पर जागरूकता अभियान को मजबूत करने के निर्देश दिए। बैठक में चिरायु टीम द्वारा की जा रही स्वास्थ्य स्क्रीनिंग का विस्तृत मूल्यांकन प्रस्तुत किया गया। कलेक्टर ने कहा कि एनीमिया मुक्त भारत अभियान को जिले में व्यापक रूप से लागू किया जाए। दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में नियमित स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर अधिक से अधिक लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाई जाएं। मोबाइल मेडिकल यूनिट की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
स्कूल हेल्थ एंड वेलनेस कार्यक्रम, आयुष्मान कार्ड व वय वंदना कार्ड की प्रगति की समीक्षा – कलेक्टर ने स्कूल हेल्थ एंड वेलनेस कार्यक्रम अंतर्गत बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच, ऑनलाइन एंट्री की समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। आयुष्मान कार्ड, वय वंदना योजना और अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि शिविर लगाकर पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड, वय वंदना कार्ड बनाए जाएं। उपचार हेतु आने वाले प्रत्येक मरीज का आभा कार्ड अनिवार्य रूप से तैयार किया जाए।
उन्होंने पोषण पुनर्वास केंद्रों में बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने, फाइलेरिया एवं डेंगू मरीजों, सघन कुष्ठ खोज अभियान के माध्यम से मरीजों का काउंसिलिंग करने और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने हाइपरटेंशन, मधुमेह जैसी बीमारियों के मरीजों की अधिक से अधिक स्क्रीनिंग कर नियमित निगरानी और उपचार सुनिश्चित करने कहा। इसके साथ ही उन्होंने सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग की समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।




