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पूरे जिले में कार्रवाई के बाद भी थम नहीं रहा अवैध उत्खनन, 7 जेसीबी और 2 चैन माउंटेन से दिन-रात खुदाई …

जांजगीर-चांपा/नवागढ़। जिले में जिला कलेक्टर जन्मेजय महोबे के सख्त निर्देशों के बाद खनिज विभाग द्वारा लगातार की गई कार्रवाई से जिले के अधिकांश इलाकों में अवैध उत्खनन पर रोक लगती नजर आ रही है लेकिन ब्लॉक मुख्यालय नवागढ़ के अंतर्गत ग्राम नवापारा, भादा और केवा ऐसे क्षेत्र बने हुए हैं, जहां अवैध उत्खनन बेखौफ जारी है ग्रामीणों के अनुसार इन गांवों में 7 जेसीबी और 2 चैन माउंटेन मशीनों के जरिए लगातार खुदाई की जा रही है, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश और चिंता का माहौल है । ग्रामीणों का कहना है कि कलेक्टर के आदेश के बाद पूरे जिले में अवैध उत्खनन पर प्रभावी नियंत्रण दिखाई दे रहा है, लेकिन नवापारा, भादा और केवा में स्थिति पूरी तरह उलट है यहां न केवल उत्खनन जारी है, बल्कि मशीनों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है ग्रामीणों के अनुसार पहले बम्हनीडीह क्षेत्र में अवैध उत्खनन हो रहा था, लेकिन वहां सख्ती बढ़ने के बाद अब अधिकांश वाहन और मशीनें केवा और आसपास के गांवों की ओर शिफ्ट हो गई हैं

बाहरी लोगों के साथ स्थानीय सहभागिता का आरोप, करोड़ों के राजस्व का नुकसान – ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अब गांव के बाहर के लोगों के साथ गांव के कुछ लोग भी मिलकर अवैध उत्खनन को अंजाम दे रहे हैं सैकड़ों मशीने और वाहनों के जरिए दिन-रात रेत की खुदाई और परिवहन किया जा रहा है इस कारण गांवों में धूल, शोर और सड़क क्षति जैसी समस्याएं बढ़ गई हैं ग्रामीणों का कहना है कि लगातार शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं होने से लोगों में नाराजगी बढ़ रही है और यदि जल्द रोक नहीं लगी तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे ग्रामीणों का कहना है कि एक दिन में 200 से ज्यादा हाइवा के आवागमन से सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है अवैध उत्खनन के चलते शासन के नियमों और आदेशों की खुलेआम अवहेलना हो रही है ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि नवापारा, भादा और केवा क्षेत्र में भी उसी सख्ती से कार्रवाई की जाए जैसी जिले के अन्य हिस्सों में की गई है, ताकि अवैध उत्खनन पर पूरी तरह रोक लग सके ।

सीधे नदी से लोडिंग, नियमों की खुलेआम अनदेखी – ग्रामीणों के मुताबिक अब रेत माफिया डंपिंग की जगह सीधे नदी में अस्थायी सड़क बनाकर हाइवा में रेत लोडिंग कर रहे हैं इससे न केवल नदी के प्राकृतिक स्वरूप को नुकसान पहुंच रहा है, बल्कि पर्यावरण पर भी गंभीर प्रभाव पड़ रहा है वैध रेत घाटों पर नियमों के तहत रॉयल्टी चुकाकर काम करने वाले कारोबारी जहां एक गाड़ी में मामूली बचत कर पाते हैं, वहीं यहां अवैध उत्खनन करने वाले एक हाइवा पर हजारों की अवैध कमाई कर रहे हैं । नियमानुसार नदी में रोड बनाना प्रतिबंध है पर यह तो पूरा हाइवा के लिए ही रोड बना कर उत्खनन करवाया जा रहा है ।

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