खरसियाछत्तीसगढ़

श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारें: दिव्यानंद महाराज, कुनकुनी गांव में श्रीराम चरित मानस का आयोजन…

खरसिया। ग्राम कुनकुनी की पावन धरा पर ग्रामवासियों द्वारा दिव्यआनंद तिवारी के मुखारविंद से राम चरित मानस के स्वर्णिम पलों को संगीतमय वातावरण में पिरो कर वर्णन किया जा रहा है।

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इस श्रृंखला में मार्मिक भाव चित्रण के साथ श्रीराम वन गमन का वर्णन किया। जिसमें माता कैकई के द्वारा कैसे रातों-रात राम के राजा बनने के आनंद और स्वर्णिम पलों को राजा दशरथ से वरदान स्वरूप राम वन-गमन के साथ ही प्रजा जनों के मन को उद्वेलित करने वाला प्रसंग से जोड़ते हुए बहुत ही मार्मिक एवं भाव भंगिमा के साथ सबको सराबोर किए। श्रीरामचरितमानस कथा सरिता सरोवर में सभी आगंतुक अतिथि भाव पूर्वक कथा में सामूहिक स्नान किये। ग्राम कुनकुनी की पावन धरा में महाराज जी ने श्री राम के आदर्शों पर चलने एवं मर्यादा को कभी ना लांघने की विशेष बातों को जन-जन तक पहुंचाया। जिस प्रकार माता कैकई के ऐसे कठोर वचन को सुनकर भी प्रभु श्रीराम तनिक भी विचलित नहीं हुए और उन्होंने सहर्ष ही वन गमन को स्वीकार किया। जहां प्रभु श्रीराम के त्याग और तितिक्षा का एक अनुपम उदाहरण महाराज श्री ने प्रस्तुत किया। हम सभी को ठीक उसी प्रकार त्याग के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। आज महाराज श्री के मुखारविंद से कथा का रसपान पूर्णतः ग्राम कुनकुनी की पावन धरा को मार्मिक और अंतः करण से प्रभु श्रीराम को प्रणाम कर रहा है। सभी श्रोताओं ने महाराज श्री के कथा की भूरी भूरी प्रशंसा की। महाराज श्री ने सभी श्रोताओं से आग्रह किया कि प्रभु श्री राम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारें और उनके आदर्शो पर चलें।

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