जांजगीर-चांपा।यह कृषि प्रधान जिला है, इसलिए जिले के किसानों को धान के अलावा अन्य लाभदायक फसलों के उत्पादन से जोड़कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। कृषि विज्ञान केंद्र में कृषि वैज्ञानिकों की खोज और उनकी सलाह किसानों के लिए आर्थिक समृद्धि का कारण बन सकती है। इसलिए किसानों को समय-समय पर भ्रमण के साथ उनका प्रोत्साहन जरूरी है। कुछ ऐसे ही निर्देशों के साथ कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज कृषि विज्ञान केंद्र जर्वें में जाकर कृषि वैज्ञानिकों को जिले के किसानों के हित में काम करने कहा।
कृषि विज्ञान केंद्र में भ्रमण के दौरान कलेक्टर सुश्री चौधरी ने विभिन्न प्रदर्शन इकाइयों का अवलोकन किया। उन्होंने पॉली हाउस का भ्रमण कर उच्चतम मूल्य की उद्यानिकी फसलों के साथ चने, सरसों व गेहूं की फसल और मशरूम बीज उत्पादन प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर ने प्रगतिशील कृषको/एफपीओ के सदस्यों को शेड नेट, पॉलीहाउस में खेती कराने के लिए प्रोत्साहित करने तथा जिले के किसानों को यहां ली जा रही फसलों से रू-ब-रू कराते हुए उन्नत खेती से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने मखाना की खेती से लाभ और उत्पादन की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए इसे बढ़ावा देने तथा कृषि कॉलेज के छात्रों, पढ़ाई छोड़ चुके युवाओं का समूह बनाकर कृषि उद्यामिता को बढ़ावा देने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर सुश्री चौधरी ने जिले में कृषि अभियांत्रिकी को बढ़ावा देने हेतु कृषि विज्ञान केंद्र को कस्टम हायरिंग खोलने, मनरेगा की सहायता से डेयरी इकाई व विभिन्न संरचनाओं के निर्माण कार्य कराए जाने हेतु प्लान प्रस्तुत करने की बात कहते हुए विकासखंडों के एक गौठान में समन्वित कृषि प्रणाली अंतर्गत कार्य करने के निर्देश दिए।