कोल डिपो के धूल से लोगों का जीना मुहाल, कोरबा रोड में मशाल ढाबा के पास संचालित कोल डिपो का मामला…

जांजगीर-चांपा। चांपा के कोरबा रोड में मशाल ढाबा से लगा कोल डिपो लोगों के लिए परेशा का सबब बना हुआ है। यह डिपो नियमों को ताक पर रखकर संचालित किया जा रहा है, जिसके चलते पीछे रहने वाले लोगों का जीना मुहाल हो गया है। वहीं आसपास के सैकड़ों एकड़ खेत भी कोयले की धूल के निशाने पर है। इस डिपो में पानी छिड़काव भी नहीं किया जाता, जिसके चलते दिन भर उड़ने वाले धूल से लोग बेहाल है।
चांपा-कुरदा मोड़ के आगे कोरबा रोड में मशाल ढाबा से लगा हुआ कोल डिपो संचालित है। इस डिपो का संचालन वैध तरीके से होने का दावा प्रबंधन कर रहा है, लेकिन प्रबंधन के दावों में कितनी सच्चाई है यह जांच का विषय है। लेकिन यहां कोल डिपो के लापरवाहीपूर्वक संचालन से लोग बेहाल हैं। डिपो के पीछे आधा दर्जन के आसपास मकान है, जिसका रंग भी काला पड़ने लगा है। दिन भर डिपो से धूल उड़ने के कारण जहां लोगों के साथ ही जानवरों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है तो वहीं आसपास के सैकड़ों एकड़ खेत पर भी खतरा मंडरा रहा है। नियमतः उड़ते धूल की रोकथाम के लिए स्प्रिंकलर के जरिए पानी का छिड़काव किए जाने का प्रावधान है, लेकिन यहां प्रबंधन को लोगों के बजाय खुद की चिंता ज्यादा है। यही वजह है कि धूल की रोकथाम नहीं की जा रही है। यहां दिन भर में सैकड़ों भारी वाहन कोयला लोड अनलोड करने आते-जाते हैं। लोड अनलोड करते समय धूल उड़ता है तो वहीं कोयले का डंप विशाल मात्रा में होने के कारण जब हवा चलती है, तब भी यहां की धूल विपरीत दिशा में जाता है। इससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। लोगों का कहना है कि जब से कोल डिपो यहां संचालित हो रहा है, तब से वो धूल से बेहद परेशान हैं। उन्होंने इसकी रोकथाम करने की मांग की है।