0 महिला बाल विकास अधिकारी और पुलिस की टीम पहुंची मौके पर…
खरसिया से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां सिंचाई कॉलोनी में रहने वाली एक शासकीय शिक्षिका पर मासूम गरीब बच्ची को बुरी तरह प्रताड़ित करने आरोप लगा है। बताया जा रहा है, बच्ची को खाने को न देते हुए उसे बाथरूम में कई कई दिनों तक बंद कर दिया जाता था।
मामले की सूचना पर महिला बाल विकास अधिकारी पुनीता दर्शन, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्रीमती निमिषा पांडेय, चौकी प्रभारी अमिताभ खांडेकर ने आशा अग्रवाल के घर में दबिश दी, जहां मासूम बच्ची बाथरूम में बंद मिली। बाथरूम के बाहर से कुंडी लगी हुई थी। बाथरूम से जब बच्ची को निकाली गई, तब उपस्थित पुलिस अधिकारियों महिला बाल विकास अधिकारी और पत्रकारों के भी आंखों से आंसू आ गए। उन्होंने अपने जीवन में इतना वीभत्स दृश्य कभी नहीं देखा था। महिला बाल विकास अधिकारी पुनीता दर्शन ने बताया कि बच्ची डरी हुई है और भूखी भी है। हो सकता है इसके साथ मारपीट भी की गई है। रायगढ़ से जिला बाल विकास अधिकारियों की टीम आ रही है और बच्ची को अपने संरक्षण में हम रायगढ़ लेकर जाएंगे पुलिस अधिकारियों द्वारा आगे की कार्यवाही की जा रही है।