चांपा शहर में पहली बार हाईटेक तरीके से मनेगा दशहरा उत्सव,55 फीट का बनेगा रावण …
चांपा। शहर में पहली बार दशहरा उत्सव हाईटेक तरीके से होगा। जहां रावण के हरेक सिर के साथ राम रावण संवाद डिजिटल लाइट एंड साउंड के जरिए होगा, तो वहीं आतिशबाजी की आकर्षक तरीके से की जाएगी। इतना ही नहीं, शाम ढलते ही सुप्रसिद्ध जसगीत गायक देवेश शर्मा और इंडियन आइडल फेम शिव चौधरी दर्शकों का खूब मनोरंजन करेंगे। दर्शकों के भरपूर मनोरंजन की व्यवस्था शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक भालेराय मैदान में रहेगी।
दशहरा उत्सव समिति के पदाधिकारी नपाध्यक्ष जय थवाईत, पार्षद पुरूषोत्तम शर्मा,सुनील बनकर, मनोज मित्तल आदि ने आज मिलेट्स कैफे चांपा में प्रेसवार्ता आयोजित कर कार्यक्रम के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। समिति के पदाधिकारी पुरूषोत्तम शर्मा, जय थवाईत सहित अन्य लोगों ने बताया कि चांपा शहर में इस बार 55 फीट रावण का दहन किया जाएगा। खास बात यह है कि रावण का दहन एक-एक सिर से शुरू होगा और प्रत्येक सिर दहन के साथ राम रावण संवाद डिजिटल लाइट एंड साउंड के जरिए होगा। इसके साथ ही आतिशबाजी की शानदार व्यवस्था होगी, जो आकाश में रंग बिरंगी छट बिखरेगी। दर्शकों के मनोरंजन के लिए शाम ढलते ही सुप्रसिद्ध जसगीत गायक देवेश शर्मा अपनी टीम के साथ शानदार प्रस्तुतति देंगे। इसी तरह इंडियन आइडल फेम शिव चौधरी टीम के साथ दर्शकों का खूब मनोरंजन करेंगे। कार्यक्रम को आकर्षक बनाने समिति के पदाधिकारी व कार्यकर्ता कई नई तकनीक का प्रयोग करते हुए दशहरा उत्सव आयोजन में युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं। भालेराय मैदान में अविभाजित जांजगीर चांपा जिले के कारीगर 55 फीट रावण पुतले का निर्माण कर रहे हैं। रावण का दस सिर लगभग पूर्णता की ओर है। उन्होंने दर्शकों से अपील की है कि दशहरा उत्सव के दौरान लोगों का भरपूर मनोरंजन होगा। कार्यक्रम में लोगों को उम्मीद से ज्यादा ही मिलेगी।
ट्रैफिक की विशेष व्यवस्था – हर साल दशहरा उत्सव के दौरान ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए इस बार प्रशासन ने चाक चौबंद व्यवस्था की है। समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि इसके लिए राजस्व व पुलिस प्रशासन के साथ बैठक हो गई है, जिसमें रूट चार्ट भी बनाया गया है। भालेराय मैदान में चारों दिशाओं से आने वालों के लिए पार्किंग की व्यवस्था भालेराय मैदान के चारों ओर की गई है, जहां अपने वाहनों को पार्क करने के बाद वनवे रोड से दर्शक मैदान के भीतर आएंगे और फिर रावण दहन के बाद वापस जाएंगे।