राजा मंगल तो मंत्री शनि के साथ कई दुर्लभ संयोग के साथ प्रारम्भ होगा नवरात्रि-पं. द्विवेदी …
जांजगीर-चांपा। हिन्दू धर्म में चैत्र नवरात्रि का एक विशेष महत्व है शारदीय नवरात्रि के बाद चैत्र नवरात्रि का पर्व सभी सनातनियों द्वारा बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है परंतु इस बार चैत्र नवरात्रि की तारीख़ को लेकर लोग उलझे हुवे है पंडित अतुल कृष्ण द्विवेदी के अनुसार चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 9 अप्रैल से प्रारंभ होकर 17 अप्रैल नवमी तक रहेगी इस बार पूरे नौ दिन माता के सेवा की जाएगी
पं द्विवेदी के अनुसार इस साल चैत्र नवरात्रि पर मां भगवती घोड़े पर सवार होकर आ रही है. शास्त्रों की मानें तो अगर नवरात्र में मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आती हैं, तो इसे छत्रभंगे स्तुरंगम कहा जाता है। मां दुर्गा के वाहन को शुभ नहीं माना जाता है। मां दुर्गा के इस वाहन से यह संकेत मिलते हैं कि आने वाले वक्त में सत्ता में कुछ बदलाव होने वाला है। साथ ही युद्ध का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा कहा जाता है कि मां दुर्गा के घोड़े पर सवार होकर आने से प्राकृतिक आपदा की संभावना बढ़ सकती है।
नवरात्रि में मां दुर्गा 9 दिन तक अपने भक्तों के बीच रहती हैं. इस दौरान जो देवी की सच्चे मन से भक्ति करता है उसका बेड़ा पार हो जाता है. मान्यता है कि जो साधक नियम का पालन करते हुए 9 दिन तक ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै’ रोजाना 108 बार जाप करता है. उसे शत्रु और ग्रह बाधा की पीड़ा से मुक्ति मिलती है. कार्य बिना रुकावट पूरे होते हैं.प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी चाम्पा नगर की कुल देवी श्री माँ समलेश्वरी मंदिर में चैत्र नवरात्रि का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा मंदिर प्रशासन मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित करने की पूरी तैयारी करने मे जुटे हुवे है
प्रतिपदा पर माँ समलेश्वरी के समक्ष चाम्पा जमीदारी के कुँवर भिवेंद्र बहादुर सिंह जी एवं गणमान्य नागरिकों द्वारा दिप प्रज्वलित की जाएगी उसके साथ ही श्रीमद्देवीभागवत मूल पाठ और दुर्गासप्तशती का पाठ प्रारम्भ होगा माता के आराधना का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा सप्तमी पूजन दिनाक 15/4/2024 को मध्य रात्रि पर माँ को स्वेत बलि निम्बू की माला अर्पित की जाएगी महानवमी श्री राम नवमी पर विगत 71 वर्सो से चली आ रही चैत्र नवरात्रि पर श्रीमद्देवी भागवत का चढ़ोत्तरी के साथ समापन होगा पूरे नौ दिन माता की आरती का समय प्रातः 7.30 में एवम शाम 7 बजे की जाएगी महाअष्टमी पर माता की विशेष महाआरती होगी।