अवैध चिमनी ईटभट्ठा पर जिला प्रशासन महरेबान,जांच में नही मिला दस्तावेज,10 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा …
जांजगीर चांपा। जिले के पामगढ़ विकासखंड के ग्राम भुईगांव में 5 सालो से 10 एकड़ शासकीय गौचर भूमि पर अवैध रूप से कब्जा और बिना पर्यावरण प्रदूषण की एनोसी के चिमनी ईट भट्ठे का संचालन किया जा रहा है। मगर अधिकारी केवल खाना पूर्ति के लिए कार्यवाही करते हैं यही नहीं पामगढ़ एसडीएम भी अपर कलेक्टर के लेटर को अनदेखी किया गया है।
दरसल, भुईगांव में गांव के युवकों ने अवैध रूप से चिमनी ईट भट्ठा चलाए जाने को लेकर कलेक्टर और उप मुख्यमंत्री अरुण साव से की गई थी। जिसपर कलेक्टर आकाश छिकारा ने जांच करने के निर्देश दिए। जिसमे पामगढ़ एसडीएम को जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा गया था। कुछ माह पूर्व जांच टीम मौके पर पहुंची हुई थी इस दौरान ईट भट्ठा संचालक मनोहर मनहर से दस्तावेज प्रस्तुत करने कहा गया। जिसमे चिमनी ईट भट्ठा संचालन को कोई वैध कागज नही होना और जिला प्रशासन के द्वारा किसी प्रकार की अनुमति नहीं होना, पर्यावरण प्रदूषण को लेकर किसी प्रकार की एनओसी नहीं होना पाया गया। वही 10 एकड़ शासकीय गौचर भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर ईट बना कर रखा होना पाया गया जो की अवैध कब्जे की श्रेणी में आता है। चिमनी ईट भट्ठा पर ही पंचनामा तैयार कर प्रतिवेदन बनाकर अपर कलेक्टर कार्यालय जांजगीर भेजा गया।
पामगढ़ एसडीएम केवल आज कल में करते है कार्यवाही का दावा, कार्यवाही नही करने की क्या है वजह – चिमनी ईट भट्ठा को लेकर जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद, अपर कलेक्टर एसपी वैध ने आदेश जारी किया है की चिमनी ईट भट्ठा को बंद किया जाए और पूर्व निर्मित ईट की बिक्री पर रोक लगाया जाए, शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे से अनावेदक को बेदखली करते हुए 2 दिन के भीतर पालन प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा गया है। जिसे लेकर पामगढ़ एसडीएम को लेटर 19.4.2024 को भी पहुंच चुका है। मगर एसडीएम साहब अपने में मस्त है कार्यवाही नही करने की वजह समझ से परे है । जब जिला प्रशासन को पता है की यह अवैध है फिर भी धड़ल्ले से चल रहा है इसमें यह अंदेशा लहज्ञा जा सकता है की मिली भगत से ही चिमनी ईट भट्ठा का संचालन हो रहा है।