जांजगीर-चांपा। डॉ आम्बेडकर एजुकेशन सोसायटी जांजगीर द्वारा प्रतिभावान विद्यार्थियों को शिक्षारत्न सम्मान 2024 से नवाजा गया । यह सम्मान समारोह सह शैक्षिक कैरियर मार्गदर्शन कार्यक्रम ऑडिटोरियम जांजगीर में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के आसंदी से बोलते हुए सहायक कलेक्टर श्री दुर्गा प्रसाद अधिकारी ने सभी उपस्थित बच्चों के लिए शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए उन्हें शिक्षा के बहुआयामी लाभ के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि शिक्षा सभी धन में श्रेष्ठ धन है, जिसे आपसे न कोई चुरा सकता है न कोई बंटवारा कर सकता है। यह वह धन है जिसे जितना बांटो उतना ही बढ़ता है। शिक्षा के माध्यम से हम व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण का पथ प्रशस्त करते हैं। एस पी वैद्य अपर कलेक्टर जांजगीर के अध्यक्षता में यह समारोह आयोजित हुआ जिसमें उन्होंने इन टॉपर्स बच्चों को समाज और राष्ट्र का गौरव बताया। इन शिक्षरत्नों को वे आगे भी मन लगा कर पढ़ने और अपने उच्चतम लक्ष्य को हासिल करने के लिए संघर्षरत रहने के लिए कहा। इस कड़ी में अंतरराष्ट्रीय वक्ता डॉ प्यारेलाल आदिले को बच्चों ने खूब सराहा। उन्होंने अपने वक्तव्य के दौरान शिक्षा-अच्छी शिक्षा, विद्यार्थी-अच्छे विद्यार्थी, शिक्षक-अच्छे शिक्षक पर चर्चा करते हुए उच्चतम सफलता के दिशा में आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया।अंतराम केशी ने अपने वक्तव्य में जीवन में सपने देखने के मायने बताया और उसे साकार करने के डी फार्मूला पर चर्चा किया। इस मौके पर उपस्थित नवागढ़ BEO वी के लहरे ने पढ़ाई में लगन और अगन को जरुरी बताया। विजय बौद्ध और एच सी मिरी भी अपने बहुमूल्य उदगार से सदन को अवगत कराया।कार्यक्रम का सफ़ल संचालन कुंज किशोर द्वारा किया गया। धन्यवाद भाषण में बी आर रत्नाकर ने बच्चों की प्रेरणादायी सफलता और उनकी खुशी को संस्था का हर्ष का विषय बताया।
कार्यक्रम में कक्षा 10 वीं और 12 वीं में 80% या उससे अधिक अंक लाने वाले करीब 70 बच्चे और उनके पालकगण शामिल हुए। छ ग अज्जाक्स के महासचिव पी एल महिपाल, डॉ अलोक मंगलम, डॉ एस एल ओग्रे, भूपेंद्र जांगड़े, जगजीवन बनर्जी, उत्तरा आनंद, साहेबलाल दिवाकर, पी आर रात्रे, रोहित खूंटे, श्रीमती पदमा बनर्जी, श्रीमती कालींद्री मिरी, श्रीमती कुसुमलता पाटले सहित बड़ी संख्या में शिक्षाविद,सामाजिक चिंतक, विचारक आदि बुद्धिजीवीगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों और पालकों को एक-एक फलदार पौधा भी भेंट किया गया। अंत में ऑडिटोरियम प्रांगण में श्री एस पी वैद्य और श्रीमती सिंधु वैद्य सहित समिती के सदस्य गणों द्वारा पौधारोपण कर पर्यावरण संचेतना विकास का संदेश दिया गया।