🔴 ईओडब्ल्यू ने महादेव सट्टा एप मामले में फरार सहदेव सिंह यादव को गिरफ्तार किया है। उसके द्वारा 11 बैंक खातों में जमा किए गए 2 करोड़ रुपये फ्रीज किए गए हैं। इसमें उसके भाई भी शामिल हैं, जो पुलिस में होते हुए ऑनलाइन सट्टा का संचालन कर रहे थे। अब तक की पूछताछ में 58 करोड़ रुपये से अधिक के वैध करने के मामले में जांच जारी है।
रायपुर। महादेव सट्टा एप मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की टीम ने लंबे समय से फरार निलंबित कांस्टेबल सहदेव सिंह यादव को गिरफ्तार किया है। आरोपित के कब्जे से 11 बैंक खातों में जमा दो करोड़ रुपये को फ्रीज किया गया है। साथ ही एसीबी ने सट्टे के पैसे से खरीदी गई इनोवा को जब्त किया है। सहदेव के दो भाई भीम यादव और अर्जुन यादव पूर्व से जेल में बंद हैं। तीनों भाई पुलिस विभाग में होकर ऑनलाइन सट्टा का संचालन कर रहे थे।
दरअसल, महादेव ऑनलाइन बुक सट्टा मामले में एसीबी की कार्रवाई के बाद से आरोपित सहदेव फरार चल रहा था। सहदेव महादेव सट्टा बुक के प्रमोटर्स सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शुभम सोनी के संपर्क में रहकर हवाला लेन-देन में का काम करता था। एसीबी की टीम ने जब इस मामले में FIR दर्ज कर जांच शुरू की और सहदेव का नाम सामने आया तब से ही आरोपित फरार हो गया था।
आरोपित पिछले तीन सालों से ऑनलाइन बुक पैनल को ऑपरेटर कर रहा था। महादेव सट्टा से जुड़ा एक पैनल पटना बिहार में संचालित था, जिस पर रायपुर पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई। उसमें तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।बुधवार को भी एसीबी ने कार्रवाई करते हुए जेल में बंद निलंबित एएसआइ चंद्रभूषण के मैनेजर किशन वर्मा को गिरफ्तार किया था। अब तक की पूछताछ में आरोपित द्वारा जमीन क्रय किये जाने की जानकारी मिली है जिसकी जांच की जा रही है। किशन ही सट्टे की अवैध रकम को संभालने और उसे वैध बनाने का काम करता था।