
जांजगीर चांपा। कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर श्रीकृष्ण गौशाला नैला में गोपाष्टमी का पर्व मनाया गया । इस अवसर पर श्रीकृष्ण गौशाला में गौमाता की पूजा अर्चना एवं गुड व फल खिलाए जाने का कार्यक्रम सुबह से प्रारंभ हो गया था। समिति के सदस्यों के साथ-साथ नगर की महिलाएं व बच्चे भी आज गौमाता की पूजा में शामिल हुए । किसी ने गौ माता को गुड़ खिलाया तो किसी ने फल खिलाया किसी ने दाना व चारा खिलाया और गौ माता से प्रार्थना कर अपनी मनोकामना उसके सामने रखी।
गोपाष्टमी पर्व के अवसर पर पंडित संजय शर्मा ने बताया कि गौ माता के संपूर्ण शरीर में सभी देवी देवताओं का वास होता है उनके गोबर में स्वयं श्री लक्ष्मी तथा उनके मूत्र में गंगा जी का वास रहता है धार्मिक मान्यता अनुसार भगवान श्याम सुंदर ने गोपाल बनकर ब्रज लीला में केवल गौ माता की महत्ता को जनमानस तक पहुंचाएं जब श्री कृष्ण ब्रज लीला कर रहे थे। तब उन्होंने माता यशोदा तथा नंद बाबा से गैया चराने गोवर्धन की तलहटी पर जाने का निवेदन किया। उस समय उनकी आयु 6 वर्ष की थी और गोपाष्टमी को नंद बाबा ने उनको गाय चराने का अधिकार प्रदान किया। तब से कार्तिक शुक्ल अष्टमी को विधिवत गौ माता की पूजा प्रारंभ हो गई। आज सड़कों पर बड़ी सं या में मवेशियों को इधर-उधर घूमते देखा जा सकता है। जिसके कारण लोगों के मन में गौ माता के प्रति रुचि कम हो गई है । साथ ही जनमानस में सेवा भाव की भी कमी हो गई है। लेकिन कई लोग आज भी ऐसे हैं जो गायों की सेवा में निरंतर लगे रहते हैं। जिसका उदाहरण श्री कृष्ण गौशाला नैला में देखने को मिल सकता है।
इस अवसर पर श्रीकृष्ण गौशाला समिति के अध्यक्ष राजेश पालीवाल ,सचिव पवन अग्रवाल पत्रकार ,सहसचिव प्रदीप गोयल ,विष्णु पालीवाल मनोज कालू अग्रवाल, चिंटू शर्मा ,पंकज अग्रवाल ,अशोक शर्मा, संजय भोपालपुरिया ,अमित अग्रवाल ,दरस यादव ,छोटू यादव सहित सभी ने गौ माता की पूजा कर प्रसाद खिलाया।