चांपा। डोगाघाट हनुमान मंदिर लोकन्यास पंजीयन के लिए अखबार में इश्तहार प्रशासन के बाद बड़ी संख्या में आपत्ति पहुंची। आखिरकार एसडीएम ने 45 दिन के लिए दावा का समय बढ़ा दिया गया है।चांपा डोंगाघाट लोकन्यास में संत निवास परिसर में 70 वर्षों से काबिज अखाड़ा को तोड़े जाने और लोकन्यास पंजीयन का विवाद गहराता जा रहा है। वही इस बीच एक बड़ा मामला हनुमान मंदिर लोकन्यास गठन को वैधानिक अमलीजामा पहनाने के आवेदन का सामने आ गया है, जिसमें भारी संख्या में आपत्ति आ रही है। फिर भी इश्तिहार की अवधि और विरोधाभास तारीख के चलते प्रशासन ने मंदिर लोक न्यास पंजीयन के लिए दावा आपत्ति का समय 45 दिवस के लिए बढ़ा दिया है।
इस संबंध में समिति के एसडीएम कार्यालय पहुचे आपत्तिकर्ता एक समाज सेवी ने कहा कि डोंगाघाट हनुमान मंदिर सार्वजनिक धार्मिक स्थल है। जहां पर सत्य सनातन के मानने वालों का आस्था जुडी हुई है। यहां पर लोगों ने अपना सहयोग देकर मंदिर निर्माण संत निवास बनाया है किंतु वर्तमान में यह जगह कुछ लोगों का चारागाह बन गया है। दान की भूमि का दुरुपयोग करते हुए डोगाघाट हनुमान मंदिर के संचालित महंत व कुछ लोगों द्वारा नाम मात्र समिति बनाकर दोहन किया जा रहा है। वही 70 वर्षों से स्व मोहित राम यादव द्वारा काबिज संचालित हनुमान व्यायाम शाला को भी तोड़ दिया गया है, जो निदनीय है। प्रशासन की ओर से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मंदिर ट्रस्ट समिति के गठन में दानदाताओं को शामिल करना चाहिए।
श्री हनुमान व्यायाम शाला सेवा समिति के अध्यक्ष गिरधारी यादव ने कहा कि उनके पिता स्व. गुरुजी मोहित राम द्वारा स्थापित हनुमान व्यायाम शाला अखाड़ा को तोड़ने वालों पर शिकायत 20 दिवस से ज्यादा समय हो चुका है किंतु अभी तक पुलिस ने दोषियों पर एफआईआर नहीं किया गया है। वही विवादित स्थल पर स्थगन मांगे जाने पर एसडीएम द्वारा न्यायालय का रास्ता दिखाया जा है रहा है, जबकि मंदिर महंत और गठित समिति अवैध रूप से कार्य कर रही है और उनका प्रकरण जिला न्यायालय जांजगीर में लंबित है। तब ऐसी स्थिति में 70 सालों से काबिज अखाड़े को बिना अनुमति से ताला तोड़कर हनुमानजी गुरुजी मोहित राम यादव के प्रतिमा को अनादर क्यों किया गया।व्यायाम शाला की सामग्री गायब क्यों कर दी गई धार्मिक आस्था को ठेस क्यों पहुंचाई गई। इन सभी सवालों का जवाब प्रशासन पुलिस के पास नहीं है। श्री यादव ने कहा है कि अगर इस दिशा में एफआईआर दर्ज नहीं होगी तो विभिन्न संस्था संगठनों एवं जनता को साथ लेकर आंदोलन किया जाएगा।
वही चांपा नगर व जिले की अनेकों संस्था,संगठन और समितियां इस घटना की निंदा कर एसडीम सहित कलेक्टर एसपी को ज्ञापन सौपा है। फिर भी न जाने अभी तक क्यों दोषियों को बख्शा जा रहा है। कुछ भी हो हनुमान व्यायाम शाला अखाड़ा को तोड़े जाने व मंदिर ट्रस्ट गठन का मुददा अब धीरे-धीरे आग की तरह फैल रहा है और यह आने वाले समय मे आंदोलन का रूप धारण कर लेगा ऐसा प्रतीत होता है। विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि प्रशासन को अपना आवेदन देने वाले ऐसे बहुत से व्यक्ति समिति संगठन संस्था के लोग शामिल हैं जो इस मुद्दे पर आगामी समय में एक बड़ा आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं अब देखना होगा कि प्रशासन इस मुद्दे का समाधान कर पाती है या नहीं।