नगर पालिका में प्रमुख सीटों पर महिला आरक्षण, दावेदारों की बढ़ी चिंता, 27 सीटों में 9 महिला सीट …

चांपा। इस बार प्रमुख सीटों पर महिला आरक्षण लागू होने के कारण कई दिग्गजों की राजनीतिक रणनीति प्रभावित हुई है। खासतौर पर वार्ड क्रमांक 2, 3,10 और 21 को महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। ये वही वार्ड हैं, जिनसे पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष, वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष, कांग्रेस के जिला प्रवक्ता और नगर पालिका उपाध्यक्ष जैसे प्रमुख नेता चुनाव लड़ते रहे हैं।वार्ड नंबर 2, 3,10 और 21 चांपा की राजनीति में अहम माने जाते हैं। इन वार्डों में प्रभावशाली नेताओं की मजबूत पकड़ रही है।
वार्ड क्रमांक 2 से पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राजेश अग्रवाल का वार्ड है लेकिन अब यह सीट महिला के लिए आरक्षित हो गई है। इसी तरह वार्ड क्रमांक 3 जो वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष जय थवाईत का गढ़ माना जाता है, वहां भी महिला उम्मीदवार ही मैदान में उतर पाएंगी। वहीं वार्ड क्रमांक 10 जहां से वर्तमान नगर पालिका उपाध्यक्ष हरदेव देवांगन चुनाव लड़ने की योजना बना रहे थे,तो वहीं वार्ड नं 21 जिला कांग्रेस प्रवक्ता नागेंद्र गुप्ता का जो अब महिला उम्मीदवार के लिए आरक्षित हो गया है।इस आरक्षण के चलते कई दावेदारों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है, जबकि कई महिला नेताओं और नए चेहरों के लिए यह एक बड़ा अवसर बनकर सामने आया है। प्रमुख नेताओं को अब या तो नई रणनीति बनानी होगी या फिर किसी महिला रिश्तेदार को चुनावी मैदान में उतारना होगा।राजनीतिक दल भी इस नई स्थिति के मद्देनजर अपने उम्मीदवारों की सूची में बदलाव कर सकते हैं।
आरक्षण के कारण कई पुरुष दावेदारों को अपने वार्ड बदलने पड़ सकते हैं या किसी अन्य वार्ड से अपनी किस्मत आजमानी होगी।यह देखना दिलचस्प होगा कि चांपा नगर पालिका के इन महत्वपूर्ण वार्डों में कौन-कौन सी महिला प्रत्याशी मैदान में उतरती हैं और किनके हाथ में नेतृत्व की कमान जाती है। आरक्षण के इस फेरबदल ने शहर की राजनीति को नई दिशा दे दी है और आने वाले चुनाव को और अधिक रोचक बना दिया है।