विधायक ब्यास कश्यप ने विधानसभा में उठाया साइबर टीम द्वारा अवैध वसूली का मामला, गृहमंत्री विजय शर्मा से मांगा जवाब …


जांजगीर-चांपा। चांपा में साइबर टीम द्वारा सट्टा के मामले में अवैध वसूली और जबरन दबाव बनाने के गंभीर आरोपों को लेकर विधानसभा में क्षेत्रीय विधायक ब्यास कश्यप ने बड़ा सवाल खड़ा किया। विधायक ने गृहमंत्री विजय शर्मा से इस पूरे मामले पर जवाब मांगा और कहा कि साइबर टीम द्वारा सट्टा के नाम पर वसूली का खेल खुलेआम चल रहा है।


विधायक ब्यास कश्यप ने अपने प्रश्न में बताया कि साइबर टीम ने एक युवक को उसके घर से उठाकर 4 लाख 30 हजार रुपये जब्त किए थे, लेकिन मामला केवल 1 लाख रुपये का बताया गया। इसके अलावा, घटना स्थल को भी गलत स्थान बताया गया, जबकि सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट दिख रहा है कि युवक को उसके घर से ले जाया गया था और रकम भी घर से बरामद हुई थी।
विधायक ने आरोप लगाया कि साइबर टीम ने युवक के साथ मारपीट कर किसी अन्य व्यक्ति का नाम लेने के लिए दबाव डाला। इतना ही नहीं, युवक के बड़े भाई के पास जाकर अवैध वसूली करने के भी आरोप लगे हैं। विधायक ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से जिले में पुलिस की छवि धूमिल हो रही है और जनता का पुलिस पर से भरोसा उठ रहा है।
इस मामले में पीड़ित युवक की महिला परिजन ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है। महिला की शिकायत पर चांपा एसडीओपी को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है, लेकिन जांच की रफ्तार इतनी धीमी है कि इस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस के अधिकारियों को बचाने के लिए जांच को जानबूझकर धीमा किया जा रहा है और मामले को ठंडे बस्ते में डालने की तैयारी हो रही है।
अब इस मामले को विधानसभा में उठाए जाने के बाद पूरे जिले में हलचल मच गई है। लोगों को गृहमंत्री विजय शर्मा से उम्मीद है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी। विधायक ब्यास कश्यप के सवाल के बाद अब देखना होगा कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है।
आईपीएल सीजन में साइबर टीम की ‘बल्ले-बल्ले’, छोटे खाईवाल पर कार्रवाई, बड़े सटोरियों से सेटिंग का आरोप – आईपीएल सीजन की शुरुआत अभी होने वाली है और इसके साथ ही सट्टेबाजी का खेल भी तेज हो जाता है। सूत्रों के मुताबिक, साइबर टीम के कुछ स्टाफ ने बड़े सटोरियों से पहले ही सेटिंग कर लेते है। आरोप है कि साइबर टीम सिर्फ छोटे खाईवालों पर कार्रवाई करती है, जबकि बड़े सटोरियों से मिलकर पूरा सीजन ‘डील’ कर लिया जाता है। कहा जा रहा है कि कुछ स्टाफ पहले से ही खाईवालों से संपर्क अभी से कर लिए है और पूरे सीजन की सौदेबाजी चल रही है। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। अब देखना होगा कि इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई होती है या इसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।